प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद सहयोगियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है। मंत्रियों के विभागों की सूची राष्ट्रपति भवन के सचिवालय की ओर से जारी कर दी गई है। इनमें से सात नेता ऐसे भी रहे, जो पहले मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। आइए उनके बारे में जानते हैं।
नरेंद्र मोदी: 23 वर्षों में अब तक सात बार शपथ ले चुके हैं। इसमें से मुख्यमंत्री के तौर पर चार बार और प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार शपथ ले चुके हैं। केंद्र की सत्ता संभालने से पहले नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात में मुख्यमंत्री रहे।
राजनाथ सिंह: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह अक्तूबर 2000 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए। उन्हें 2003 में कृषि मंत्री बनाया गया। इसके बाद वह गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय को भी संभाल चुके हैं। एक बार फिर से उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शिवराज सिंह चौहान: विदिशा से छठवीं बार सांसद चुने गए शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में भाजपा के सबसे कद्दावर नेता हैं। वह मध्य प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला है। उनका कार्यकाल करीब 16.5 वर्ष का रहा। इससे पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं। मोदी कैबिनेट में उन्हें कृषि मंत्रालय मिला है।
मनोहर लाल खट्टर: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी मंत्रिपरिषद में बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ लेने वाले मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा व आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय का जिम्मा मिला है।भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के 10वें मुख्यमंत्री रहे। वह दस वर्षों तक इस पद पर रहे। हालांकि, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें पद से हटा दिया गया था और करनाल सीट से मैदान में उतारा गया था। खट्टर पहली बार केंद्रीय मंत्री के रूप में काम करेंगे।
सर्बानंद सोनोवाल: असम की डिब्रूगढ़ सीट से चुनाव जीतने वाले सर्बानंद सोनोवाल ने तीसरी बार कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह असम के 14वें मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्हें बंदरगाह, जहाजरानी, जलमार्ग मंत्रालय सौंपा गया है।
एचडी कुमारस्वामी: जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के सांसद एचडी कुमारस्वामी दो बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कुमारस्वामी ने मांड्या लोकसभा सीट पर 284620 मतों से चुनाव जीता था। बता दें कि जेडीएस एनडीए का घटक दल है। कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जीतन राम मांझी: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को प्रमुख जीतन राम मांझी नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने हैं। उन्हें केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय सौंपा गया है। मांझी मई 2013 से फरवरी 2015 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेताओं में से एक हैं।