आजमगढ़ जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा रेलवे स्टेशन के समीप भीटे पर शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में 50 वर्षीय अधेड़ का शव मिला। उसके शव से कुछ दूरी पर ही उसका दोस्त रेलवे ट्रैक के पास अचेत अवस्था में मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक की सिनाख्त कराई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं उसके दोस्त को उपचार के लिए अस्पताल भेजा।
यह है पूरा मामला
फरिहा रेलवे स्टेशन के पश्चिम आउटर सिग्नल के समीप भीटे पर संदिग्ध अवस्था में 50 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर लटका मिला। अधेड़ का शव जमीन पर बैठे हुए मुद्रा में था और गले में कपड़े से फंदा लगा हुआ था। देखने से प्रतीत हो रहा था कि हत्या करके शव को फांसी का रूप दे दिया गया है। घटनास्थल से कुछ दूरी पर रेलवे ट्रैक के समीप फरिहा दक्षिण बस्ती निवासी कैलाश पुत्र सहदेव अचेतावस्था में मिला।
लोगों ने मानें तो मृतक और कैलाश को एक साथ शुक्रवार को देखा गया था और दोनों का पैंट- शर्ट एक ही कलर का था। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष निजामाबाद सच्चिदानंद यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक की शिनाख्त का प्रयास शुरू किया। मृतक के बड़े बेटे ने उसकी शिनाख्त तिलकधारी (63) निवासी मारूफपुर के रूप में की। उसने बताया कि छह जून को भाई अरविंद से रात के समय मारपीट हुई थी। जिसमें अरविंद ने पिता को पीट दिया था। जिससे नाराज होकर रात के समय ही वह घर से निकल गए थे। काफी खोजबीन किए जब कोई पता नहीं चला तो थाने पर गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराने जा रहे थे।
बताया कि इसी बीच सात जून की सुबह लगभग 10 बजे पिता से मोबाइल पर बात हुई। इस दौरान जब मिलने की बात कही तो उन्होंने मोबाइल बंद कर दिया। बात होने के बाद गुमशुदगी तो दर्ज नहीं कराई लेकिन उनकी तलाश करते रहे। इस बीच सुबह सूचना मिली कि संदिग्ध व्यक्ति की फंदा लगाने से मौत हुई है। मौके पर पहुंचे तो पिता का शव था। वह 15 दिन पूर्व मुंबई से आया था। मुंबई में सिलाई का कार्य करता था।
क्या बोली पुलिस
वहीं पुलिस का कहना है कि साथ में घूम रहे कैलाश को होश में आने पर ही मौत का कारण स्पष्ट होगा कि मृतक की मौत कब और कैसे और किस हालत में हुई है।