गोण्डा। जिले में भीषण गर्मी एवं तेज धूप से पेयजल संकट गहराने लगा है। नगर क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में लगे इंडिया मार्का हैण्डपम्प काफी समय से खराब पड़े हैं। जिससे लोगों को पेयजल के लिए संकट बना है,जबकि इंडिया मार्का हैण्डपम्पों के मरम्मत व रिबोर के नाम पर लाखों रूपये का खेल प्रति वर्ष होता चला आ रहा है। कर्नलगंज तहसील मुख्यालय स्थित तहसील कार्यालय गेट के पास लगा इंडिया मार्का हैण्डपम्प बानगी मात्र है,जो काफी समय से खराब पड़ा है जिसका कोई पुरसाहाल नहीं है। वहीं जिम्मेदार भी जानबूझकर अंजान बने हुए हैं। बताते चलें कि तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत कर्नलगंज नगर सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों में अनेकों स्थानों पर लगे हैंडपंपों की हालत बेहद खराब है। तहसील गेट के पास लगा हैंडपंप तहसील आने वाले वादकारियों, अधिवक्ताओं, दुकानदारों सहित तमाम लोगों एवं राहगीरों को पानी पीने का साधन था। जो काफी समय पहले खराब हो गया था। आसपास के लोगों व दुकानदारों की मानें तो इसकी मरम्मत कराने के लिए कई बार जिम्मेदार लोगों से कहा गया लेकिन हैंडपंप बनवाने की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की जा सकी। नतीजा इस भीषण गर्मी में लोगों को शीतल पेयजल के लिए भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने अधिकारियों से स्वच्छ ठंडा पेयजल मुहैया कराने हेतु इंडिया मार्का हैण्डपम्प की मरम्मत कराने की गुहार लगाई है।
कर्नलगंज तहसील मुख्यालय परिसर में लाखों रुपए की लागत से लगा आरओ भी कई महीनों से खराब है। इस भीषण गर्मी के महीने में दूर दराज से तहसील मुख्यालय पर आने वाले लोग एक बूंद स्वच्छ शीतल जल के लिए तरस रहे हैं। वहीं तहसील परिसर में लगा हैंडपंप भी बदहाली का शिकार है। ऐसे में गंभीर सवाल यह उठता है कि आखिर इस आर ओ मशीन व इंडिया मार्का हैंडपंपों पर तहसील व विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों की नजर क्यों
नहीं पड़ रही है। इससे साबित हो रहा है कि सरकार की योजनाओं को फेल करने में सरकार के मातहत अधिकारी व कर्मचारी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस बारे में जानकारी करने हेतु उपजिलाधिकारी भारत भार्गव से सीयूजी नंबर पर संपर्क किया गया तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।
संवाददाता मोहनलाल चौहान