जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार, राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद व प्रदेश उपाध्यक्ष निहोरा प्रसाद यादव ने शुक्रवार क जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नौकरी के बदले जमीन लेने में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने अपने स्वजनों को भी नहीं बख्शा।
उन्होंने कहा, लालू प्रसाद के बड़े भाई मंगरू यादव के बेटे रमाशंकर यादव व पोते को रेलवे में नौकरी के बदले अपनी जमीन देनी पड़ी। इसी तरह राबड़ी देवी के चाचा नाटा चौधरी के बेटे रामाधार चौधरी को पशुपालन विभाग में तथा अशोक यादव को रेलवे में नौकरी के लिए अपना जमीन लिखनी पड़ी।
‘नीतीश कुमार के शासन काल में…’
जदयू नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन काल मे लालू यादव के बड़े भाई मंगरू यादव की पुत्रवधू गुंजन यादव को कार्यालय सहायक की नौकरी मिली पर इसके लिए उन्हें जमीन नहीं लिखनी पड़ी।
जदयू का तेजस्वी से सवाल
जदयू नेताओं ने तेजस्वी यादव से यह सवाल किया कि क्या यह सही नहीं है कि उनके माता-पिता ने अपने घरवालों से भी नौकरी के बदले जमीन लिखवायी? क्या यह सही नहीं है कि लालू प्रसाद ने फुलवरिया में चार कट्ठा आठ धुर जमीन नौकरी के बदले लिखवा ली?
जदयू नेताओं ने तेजस्वी यादव द्वारा एक करोड़ सरकारी नौकरी के वादे पर तंज करते हुए कहा कि राहुल गांधी तो 30 लाख नौकरी की बात कह रहे? आईएनडीआईए यह तय कर ले कि उनके नेता कौन हैं?