#’रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच चुनाव’, अयोध्या में बोले CM योगी; सपा-कांग्रेस को बताया ‘खूनचुवसा’#

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी से देश भर को संदेश दिया। अमानीगंज बाजार के निकट आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने राम मंदिर का महत्व समझाते हुए लोगों को रामभक्तों व रामद्रोहियों का अंतर बताया। उन्होंने सपा-कांग्रेस को ‘खूनचुसवा’ गठबंधन की संज्ञा दी।

उन्होंने कहा, लोकसभा निर्वाचन का पांचवां चरण आते-आते चुनाव रामभक्तों व रामद्रोहियों के बीच बंट गया है। रामद्रोही वह हैं, जो आतंकी हमला करने वालों के मुकदमे वापस लेते हैं। जो राम मंदिर को बेकार कहते हैं, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त नहीं की, लेकिन माफिया के मरने पर मातम मनाने गये। जो देश में नक्सलवाद व आतंकवाद की जड़ हैं। विकास कार्यों पर जगह-जगह बैरियर लगाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत काे विकास व सुरक्षा प्रदान करने वाले, देश का सम्मान करने वाले और बिना भेदभाव लोगों को योजनाओं का लाभ देने वाले रामभक्त हैं। …और सबसे बड़े रामभक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। उन्होंने लोगों से यह भी पूछा कि क्या सपा, कांग्रेस के रहते राम मंदिर बन पाता।

उन्होंने कहा, ‘आपके एक वोट से राम मंदिर बन गया। डबल इंजन की सरकार में सदियों का कलंक समाप्त हुआ। जन्मभूमि पर रामलला विराजमान हुए।’ उन्होंने सपा-कांग्रेस को खतरनाक बताया। कहा, जब भी दोनों दल मिलते हैं, कोई न कोई अपशकुन अवश्य होता है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘उनके अंदर औरंगजेब की आत्मा घुस गई है। वे एक झटके में गरीबी खत्म करने की बात कह रहे हैं। इसके लिए वेल्थ सर्वे करेंगे। लोगों की संपत्ति ले लेंगे और फिर सपा के गुंडों में बांट देंगे। वे जजिया कर लगाएंगे। यह खूनचुसवा गठबंधन है।’ उन्होंने रामजन्मभूमि पर हमले का भी उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, जब रामजन्मभूमि पर हमला हुआ तो केंद्र में कांग्रेस और यूपी में सपा की सरकार थी। मुख्यमंत्री ने कहाकि वर्तमान पीढ़ी सौभाग्यशाली है। अयोध्या में जन्म लेना और भी भाग्यशाली होना है।

बकौल सीएम, यूपी अब माफिया नहीं, महोत्सव की भूमि बन चुकी है। उन्होंने कहाकि डबल इंजन की सरकार में महर्षि वाल्मीकि के नाम पर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना। शबरी के नाम पर भोजनालय और निषादराज के नाम पर रैन बसेरा, जबकि सपा-कांग्रेस अनुसूचित कांग्रेस-सपा अनुसूचित जाति एवं जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण समाप्त करना चाहती है।

सपा शासन में ही कांशीराम और डा. अंबेडकर के नाम को संस्थाओं से हटा दिया गया। सभा का संचालन पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश पांडेय बादल ने किया। इस अवसर पर भाजपा उम्मीदवार व सांसद लल्लू सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, रुदौली विधायक रामचंद्र यादव, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, रामू प्रियदर्शी, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, जिला प्रभारी मिथिलेश त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।