#पुलिस पूछे तो कह देना… बदमाश ने पत्नी को पढ़ाई थी पट्‌टी, एसओजी की चंगुल में फंसा 50 हजार का इनामी#

एसओजी और चिल्हिया थाना पुलिस की बुधवार की रात में 50 हजार रुपये के गैंगस्टर के इनामी बदमाश से सुखुइयां पुल के पास मुठभेड़ हुई। बदमाश ने पुलिस टीम से घिरा देखकर असलहे से फायर कर दिया।
जवाब में पुलिस की ओर से की गई फायरिंग उसके बाएं पैर में लगी। इसके बाद पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया। उसकी पहचान रमजान उर्फ बन्नर पुत्र नन्हे खां निवासी बेलसड़, सिद्धार्थनगर के रूप में हुई है।

नेपाल से वापस आने की मिली थी सूचना
एसओजी प्रभारी शेषनाथ यादव, सर्विलांस सेल प्रभारी सुरेंद्र सिंह व चिल्हिया थाना प्रभारी अमित कुमार फोर्स के साथ बुधवार की रात में पल्टा देवी चौराहे पर मौजूद थे। टीम को सूचना मिली कि एक बदमाश नेपाल से सेखुइयां के पास पुल से होकर आने वाला है। टीम ने पुल पर वाहनों की जांच शुरू कर दी।

कुछ समय बाद एक व्यक्ति बाइक से आता दिखा। पुलिस ने उसे टॉर्च की रोशनी से रुकने का इशारा किया तो वह बाइक लेकर भागने के दौरान गिर पड़ा। उसने पास मौजूद असलहे से पुलिस टीम पर फायर कर दिया।


जवाबी फायरिंग में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली उसके बाएं पैर में लगी। वह मौके पर ही गिर पड़ा। पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया। उसे इलाज के लिए सीएचसी शोहरतगढ़ में भर्ती कराया गया। पूछताछ में उसने खुद की पहचान रमजान उर्फ बन्नर के रूप में की।

पत्नी से उड़वाई अफवाह
पुलिस के अनुसार, उसकी पत्नी ने उसे 2018 में मार्ग दुर्घटना में मृत होना स्थानीय पुलिस को बताया था। पुलिस को उसकी कहानी पर विश्वास नहीं हुआ और वह उसकी तलाश में थी। पुलिस की पूछताछ में बदमाश ने बताया कि वह पहली बार 2009 में चोरी के मामले में जेल गया था।

जमानत पर वापस आने पर दोबारा जेल गया। वहां पहले से जेल में बंद अपने नेपाली दोस्तों के साथ दीवार तोड़कर जेल से भाग कर नेपाल में छिप गया था। फिर पकड़े जाने के बाद वह अपनी ससुराल नेपाल राष्ट्र के जनपद कपिलवस्तु के मोहसड़ 2015 से रह रहा था।

इसी बीच बदमाश ने पत्नी को पट्‌टी पढ़ा दी कि पुलिस पूछे तो कह देना कि उसकी मौत हो चुकी है। वह यहां अपराध करने के लिए रेकी करने आया था, लेकिन पकड़ा गया।

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