#Ghaziabad: पहले मां की पीट-पीटकर हत्या, छोटा भाई जागा तो उसका भी किया खून; आरोपी थाने जाकर बोला- किसी ने मार डाला#

गुलाब वाटिका कॉलोनी में घर में सो रही मां की चारपाई के पाए से पीट-पीटकर बड़े बेटे ने हत्या कर दी। शोर मचने पर जब छोटा भाई जागा तो आरोपित ने उसे भी पीट-पीटकर मार दिया। मंगलवार देर रात हुई इस वारदात का लोनी बॉर्डर पुलिस ने बेंजाडीन टेस्ट (किसी सतह पर खून की मौजूदगी पता करने के लिए विज्ञानी विधि द्वारा किया जाने वाला परीक्षण) की मदद से चंद घंटों के भीतर पर्दाफाश कर दिया और बुधवार को आरोपी की गिरफ्तारी हो गई।
उसने पुलिस हिरासत में बताया कि बच्चों की स्कूल फीस जमा करने के लिए उसने दो दिन पहले मां से 20 हजार रुपये उधार मांगे थे, उन्होंने रुपये देने से मना कर दिया तो इसी खुन्नस में उसने शराब के नशे में वारदात को अंजाम दिया है।
गुलाब वाटिका कॉलोनी में यशोदा अपने तीन बेटों के साथ रहती हैं। मकान के भूतल पर उनका छोटा बेटा आकाश, प्रथम तल पर यशोदा अपने मंझले बेटे बिजेंद्र उर्फ लाला और द्वितीय तल पर बड़ा बेटा धर्मेंद्र अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ रहता है। धर्मेंद्र ने पत्नी लता के साथ बुधवार सुबह सवा नौ बजे लोनी बॉर्डर थाने जाकर मां और भाई की हत्या की सूचना दी।


आशंका जताई कि घर में चोरी की नीयत से घुसे किसी व्यक्ति ने वारदात को अंजाम दिया है। दोहरे हत्याकांड की सूचना पर लोनी बॉर्डर थाने की पुलिस के साथ ही डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव भी घटनास्थल पर पहुंचे।

परिवार वालों पर ही गया शक
उन्होंने बताया, छानबीन की तो यशोदा के कमरे में जेवर और नकदी मिली, जिससे यह साबित हो गया कि चोरी की वारदात नहीं की गई है। पुलिस को दरवाजे बंद होने के कारण घर के अंदर रात को किसी बाहरी व्यक्ति के आने की गुंजाइश नजर नहीं आई तो परिवार वालों पर ही शक गहराया।

बाथरूम में किया टेस्ट
फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया, टीम ने जब द्वितीय तल पर बने बाथरूम में वेंजाडीन टेस्ट किया तो वहां धुले हुए फर्श पर खून के धब्बे नजर आए। ऐसे में संदिग्ध लगने पर दोपहर 12 बजे पुलिस ने धर्मेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने वारदात को अंजाम देना कबूला।

आरोपित के ऊपर है डेढ़ लाख का कर्ज
धर्मेंद्र ने बताया कि वह जूते-चप्पल की दुकान में नौकरी करता है, उसके ऊपर डेढ़ लाख का कर्ज है। उसकी मां अन्य दोनों भाइयों की आर्थिक रूप से मदद करती थी। इससे धर्मेंद्र कुंठित रहता था। उसने दबाव बनाया था कि मकान बेचकर उसके हिस्से की रकम उसको दे दी जाए, लेकिन इस पर उसकी मां राजी नहीं हो रही थी।

फीस के लिए रुपये न देने पर हत्या का मन बनाया
बच्चों की स्कूल फीस जमा करने के लिए उसने दो दिन पहले मां से 20 हजार रुपये उधार मांगे तो उन्होंने देने से मना कर दिया। ऐसे में उसने मां की हत्या करने की ठान ली। मंगलवार रात को शराब पीकर घर आया, रात को एक बजे जब घर में सब लोग सो गए तो वह छत से चारपाई का पाया लेकर प्रथम तल पर गया।

वहां उसने सोते वक्त मां यशोदा पर चारपाई के पाए से वार किए, शोर सुनकर जब छोटा भाई बिजेंद्र उर्फ लाला जागा तो उसी पाए से उसे भी पीटा। सिर पर गंभीर चोट लगने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपित द्वितीय तल पर गया और नहाने के बाद जाकर सो गया।

सुबह सबसे पहले वह ही उठा और परिवार वालों को बताया कि मां-भाई को किसी ने मार दिया है। मौके से डायल 112 नंबर पर फोन किया गया तो पुलिस से संपर्क नहीं हो सका, इसके बाद आरोपित खुद अपनी पत्नी के साथ थाने पहुंचा और खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए पुलिस को बताया कि किसी ने उसकी मां और भाई की हत्या कर दी है, लेकिन पुलिस जांच में पकड़ा गया।