आपको चिंता होगी अब हम क्या करेंगे? पहले तो हम सिपाही थे, कार्यकर्ता थे। भगवान चाहेंगे तो अब हम किंग मेकर की भूमिका में रहेंगे। बनने वाले से बनाने वाला बड़ा होता है’।
यह बात शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित श्री रघुकुल विद्यापीठ में भाजपा प्रत्याशी व बेटे करण भूषण सिंह के समर्थन में आयोजित सभा में कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि ईश्वर का निर्णय है, स्वीकार कीजिए। सांसद ने एक बार फिर दोहराया, होइहि सोइ जो राम रचि राखा…।
सांसद बनना या न बनना…
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘सांसद बनना या न बनना, यह कोई बड़ा पैमाना नहीं है। देवीपाटन मंडल की जनता ने जो प्यार व सम्मान दिया है, ऐसा किसी को भी नसीब नहीं हुआ। 1980 से मैंने समाजसेवा शुरू की थी। छह बार मैं सांसद बना और एक बार पत्नी केतकी सिंह। यहां तक मैं बड़े संघर्ष तक पहुंचा हूं। गोंडा, बलरामपुर के बाद कैसरगंज की जनता से स्नेह किया। यहां जाति व मजहब कोई मतलब नहीं है। आप जिसे चाहते थे उसे ही टिकट मिला है। दो माह का काम, अब 15 दिन में करना है’।
उन्होंने कहा कि कैसरगंज का प्रचार बहुत हो गया है, शायद ही इतना प्रचार कहीं किसी का हुआ हो। अब आपको बूथ व गांव संभालना है। मुझे तो बहुत दिक्कत नहीं दिखाई देती। उन्होंने कहा कि मोदी जी विजन है, अबकी बार 400 पार।
यह तो संयोग है…
सांसद ने कहा कि यह तो संयोग है, 33 वर्ष की आयु में मैं, पहली बार 1991 में सांसद बना था और करण की उम्र भी 33 वर्ष की है। मैंने तो बहुत संघर्ष व मेहनत से पाया था, इन्हें तो वैसे ही मिल रहा है।