#UP Politics : बरेली में बसपा का फर्जी प्रत्याशी, मायावती के हस्तक्षेप पर पर्चा रद; अब यह रहेंगे समीकरण#

राजनीति में सबकुछ जायज है…! यह कहने वाले लोग भी आंवला का घटनाक्रम सुनकर अचंभित हो जाएंगे। यहां से बसपा प्रत्याशी के तौर पर सैयद आबिद का नामांकन होने के बाद अचानक एक अन्य दावेदार सत्यवीर सामने आ गया। उसने भी बसपा अध्यक्ष मायावती के हूबहू हस्ताक्षर वाला दूसरा सिंबल पत्र दिया तो अधिकारी दुविधा में आ गए कि असली कौन…नकली कौन?
शुक्रवार से चले आ रहे घटनाक्रम पर शनिवार को मायावती की वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद विराम लग सका। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी से कहा कि सैयद आबिद अधिकृत प्रत्याशी हैं। सत्यवीर का सिंबल पत्र फर्जी है। उस उसके विरुद्ध संगठन की ओर से लखनऊ और जिलाध्यक्ष राजीव सिंह की ओर से बरेली कोतवाली में तहरीर दी गई है।
बरेली जिले में तीसरे चरण में लोकसभा चुनाव है। यहां की आंवला सीट से बसपा ने मार्च में नगर पालिका अध्यक्ष सैयद आबिद को प्रत्याशी बनाया था। गुरुवार को उन्होंने नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया। शुक्रवार को अचानक सत्यवीर सिंह नाम का व्यक्ति दूसरा सिंबल पत्र लेकर नामांकन कराने पहुंचा।

उसका दावा था कि वही बसपा का असली प्रत्याशी है। उस समय निर्वाचन अधिकारी जगप्रवेश ने नामांकन पत्र ले लिया मगर, आयोग को सूचना भेज मार्गदर्शन मांगा। इस बीच बसपा के जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह को भी प्रकरण की जानकारी हो चुकी थी। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी एवं आयोग को पत्र भेजकर सत्यवीर के पर्चे पर आपत्ति जताई।

शनिवार को आयोग की ओर से पत्र आया कि इस प्रकरण पर पार्टी की अध्यक्ष मायावती अपना पक्ष रखें। इसके लिए दोपहर को विकास भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग कराई गई। निर्वाचन अधिकारी जगप्रवेश, आब्जर्बर मुकेश कुमार आहूजा ने मायावती को दो सिंबल पत्र के बारे में बताया।

इस पर उन्होंने कहा कि असली सिंबल पत्र सैयद आबिद का है, वही अधिकृत प्रत्याशी हैं। सत्यवीर नाम के व्यक्ति ने फर्जीवाड़ा किया, उस पर कार्रवाई कराई जा रही। उनका पक्ष आने के बाद निर्वाचन अधिकारी ने सैयद आबिद को प्रत्याशी माना और सत्यवीर का नामांकन पत्र निरस्त कर दिया।

कौन है सत्यवीर

सत्यवीर सिंह के नामांकन पत्र पर निवास स्थान जलालाबाद (शाहजहांपुर) लिखा है। उसके बारे में इससे अधिक जानकारी किसी के पास नहीं है। बसपा के मंडल मुख्य समन्वयक ब्रह्मस्वरूप सागर का कहना है कि सत्यवीर कौन है, यह नहीं पता। शाहजहांपुर में भी इस नाम का व्यक्ति कभी बसपा से नहीं जुड़ा रहा। उन्होंने सपा की ओर इशारा कर कहा कि पार्टी प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने के लिए धोखाधड़ी की गई।

सत्यवीर नाम के किसी व्यक्ति ने असली जैसा दिखने वाला नकली सिंबल पत्र तैयार किया, उस पर पार्टी अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए। उसके विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कराने के लिए कोतवाली में तहरीर दी है।

– ब्रह्मस्वरूप सागर, बसपा के मंडल मुख्य समन्वयक

बरेली सीट से बसपा प्रत्याशी छोटेलाल का पर्चा निरस्त

बरेली संसदीय क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी छोटेलाल गंगवार ने नामांकन के दो सेट दाखिल किए थे। शनिवार को जांच में उनके नामांकन पत्र के शपथ पत्र मे दो कालम खाली थे। इसी आधार पर उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया। छोटेलाल गंगवार पूर्व विधायक हैं। अब उनका नामांकन निरस्त होने के बाद भाजपा प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार और सपा प्रत्याशी प्रवीन सिंह ऐरन के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है। दूसरी ओर, नामांकन पत्र में कमी होने पर इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद फरहत का पर्चा भी निरस्त हो गया।