#3,000 करोड़ की संपत्तियां गरीबों को लौटाएगी सरकार, PM मोदी बोले- ‘नई सरकार बनते ही…’#

केंद्र सरकार अब बंगाल में ईडी द्वारा भ्रष्टाचारियों से जब्त की गई करीब 3,000 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों और राशियों को गरीबों को लौटाने की तैयारी कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बंगाल के नदिया जिले की कृष्णानगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही भाजपा प्रत्याशी कृष्णानगर राजघराने की राजमाता अमृता राय से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यह बात कही। पीएम ने इस संबंध में कानूनी रास्ते खोजने की भी बात कही है।

राजमाता के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने महुआ मोइत्रा को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में ईडी ने गरीबों से लूटी गई करीब 3,000 करोड़ की संपत्तियां अटैच (जब्त) की है, जिसे उन्हीं गरीबों को वापस लौटाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसके लिए कानूनी परामर्श लिए जा रहे हैं। पीएम ने कहा कि वह उन कानूनी विकल्पों पर काम कर रहे हैं, जो ये सुनिश्चित कर सके कि बंगाल में शिक्षकों, क्लर्क की नौकरी आदि के लिए रिश्वत के तौर पर जिन गरीबों का पैसा लूटा गया है, वो उन भ्रष्टाचारियों की जब्त संपत्तियों के जरिए उन तक वापस पहुंच जाए।

कानून बनाना होगा
प्रधानमंत्री ने भरोसा दिया कि चुनाव के बाद नई सरकार बनते ही इसे वापस लौटाने के लिए जो भी नियम या कानून बनाना होगा, वह सब किया जाएगा। पीएम ने भाजपा प्रत्याशी से यह बात सभी लोगों को बताने को भी कहा। पीएम ने राजमाता अमृता राय से लगभग आठ मिनट की बातचीत में उनके चुनाव प्रचार की तैयारियों समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। पीएम ने भरोसा जताया कि बंगाल में इस बार परिवर्तन के लिए मतदान होगा।

एक दिन पहले पीएम ने बशीरहाट सीट से उम्मीदवार बनाई गईं संदेशखाली कांड की पीडि़ता रेखा पात्र से भी बात की थी। अमृता राय ने प्रत्याशी बनाए जाने के लिए पीएम का आभार जताया। मोदी ने राजमाता से कहा कि आप महाराजा कृष्णरायचंद जी की विरासत को आगे ले जा रही हैं। इसपर अमृता ने कहा कि मैं एक बात साझा करना चाहती हूं।

तृणमूल वाले हमें गद्दार समझते हैं
अमृता राय ने कहा कि हम महाराजा कृष्णरायचंद जी के परिवार से हैं। लेकिन, इसका ये लोग (तृणमूल वाले) विरोध कर रहे हैं। बोलते हैं कि ये (महाराजा) ब्रिटिश के साथ थे। हम लोगों को गद्दार समझते हैं। हमने लोगों की भलाई के लिए जमीन दान में दी और अन्य काम किए, वो नहीं बोल रहे हैं। हमारा कहना है कि महाराजा इतना नहीं करते तो हमारा सनातन धर्म खत्म हो जाता। आज हमारी भाषा दूसरी होती। हमारी वेशभूषा अलग होती। इसपर मोदी ने कहा कि बचपन में जब हम लोगों को पढ़ाया जाता था, तब कृष्णरायचंद जी के विकास का काम, समाज सुधार का काम, बंगाल के विकास का काम, यहां का माडल ये सब सुनने को मिलता था।

वोट की राजनीति करने वाले आरोप लगाएंगे
पीएम ने कहा कि ये (तृणमूल व अन्य विपक्षी दल) वोट बैंक की राजनीति करने वाले लोग हैं। अनाप-शनाप आरोप लगाएंगे। बदनाम करने का प्रयास करेंगे। ये लोग अपने वर्तमान पाप छिपाने के लिए ऐसी चीजें ढूंढते रहते हैं, लेकिन जब भगवान राम की बात आती है तो वो कहते हैं कि सबूत कहां है। लेकिन जब कृष्णरायचंद की बात आती है तो तुरंत निकालते हैं। ये इनका दोगलापन है। आपको मन में इसका तनाव नहीं लेना चाहिए।