#नफे सिंह हत्याकांड में शामिल दो शूटरों के विदेश भाग जाने की आशंका, गैंगस्टर कपिल सांगवान के करीबी हैं दोनों#

बहादुरगढ़ में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक नफे सिंह राठी हत्याकांड में शामिल दो शूटर नकुल सांगवन व अतुल के विदेश भाग जाने की आशंका जताई जा रही है। स्पेशल सेल का कहना है कि हो सकता है कि दोनों ने नफे सिंह की हत्या से पहले ही किसी अन्य नाम व पते पर फर्जी तरीके से पासपाेर्ट बनवा रखा हो, जिसके जरिये वे विदेश भाग जाने में कामयाब हो गए हों।
तलाश में थी दो राज्यों की पुलिस
दिल्ली व हरियाणा पुलिस घटना के बाद से लगातार दोनों को ढूंढने में जुटी हुई थी, लेकिन दोनों राज्यों की पुलिस को कोई सुराग न मिलने पर अब उनके विदेश भाग जाने की आशंका होने लगी है। पुलिस का कहना है कि नकुल व अतुल के नहीं पकड़े जाने पर नफे सिंह की हत्या के मकसद का पता लग पाना बहुत मुश्किल हो सकता है।
पुलिस को उम्मीद थी कि इन दोनों के पकड़े जाने पर हत्या के मकसद का पता लग जाएगा, क्योंकि दाेनों लंदन में छिपे कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू के करीबी हैं। नकुल उसका रिश्तेदार भी बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के एक बड़े शराब कारोबारी से कपिल को नफे सिंह की हत्या की सुपारी मिलने पर ही उसने अपने चार गुर्गे सौरभ, आशीष, नकुल व अतुल के जरिये नफे सिंह की हत्या कराई है।

कपिल ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी
हत्या के दो दिन बाद कपिल ने सोशल मीडिया के जरिये जिम्मेदारी भी ले ली थी। दिल्ली पुलिस का कहना है कि नफे सिंह हत्याकांड में फरीदाबाद व बहादुरगढ़ पुलिस की भूमिका पहले दिन से बहुत लचर देखने को मिली। स्पेशल सेल ने ही हरियाणा पुलिस को चारों शूटरों के बारे में जानकारी मुहैया कराई और वारदात के करीब डेढ़ हफ्ते बाद हरियाणा पुलिस को साथ लेकर गोवा से दो शूटर आशीष उर्फ बाबा व सौरभ को दबोच उन्हें बहादुरगढ़ पुलिस को सौंप दिया था।

दोनों से पूछताछ में हत्या के मकसद का पता नहीं चल पाया। इसके बाद कहा जा रहा था कि नकुल व अतुल के पकड़े जाने पर हो सकता है हत्या का राज खुल जाए, लेकिन अब इसका पता लग पाना मुश्किल ही लग रहा है। इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड के दाे बदमाशों के विदेश भाग जाने की आशंका को लेकर फिर से यह सवाल खड़ा हो गया है कि बदमाश किस तरह एजेंटों के माध्यम से आसानी से किसी अन्य व्यक्ति के नाम व पते पर अपनी तस्वीर लगाकर पासपोर्ट बनवा लेते हैं।

पासपोर्ट कार्यालयों की भूमिका को लेकर फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल का कहना है कि पिछले डेढ़ दो दशक में कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई, कपिल सांगवान, रोहित गोदारा, दीपक बाक्सर, हाशिम बाबा,राशिद केबल वाला, कौशल, विकास लगरपुरिया, गोल्डी बराड़ व इनके 100 से अधिक गुर्गे फर्जी तरीके से ही पासपोर्ट बनवा विदेश भाग चुके हैं। इनमें हाल के कुछ वर्षों में लारेंस, दीपक बाक्सर, कौशल, विकास लगरपुरिया आदि कई बदमाशों को दिल्ली पुलिस विदेश से प्रत्यर्पण व अन्य तरीके से वापस भारत लाने में कामयाब हो चुकी है।