हिंदू,मुस्लिम,सिख,ईसाई बेटी बचाने की कसम है खाई

गाजीपुर(शमीम अंसारी)जखनियां। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर रुलर डेवलपमेंट एण्ड रिसर्च फाउंडेशन की तरफ भुड़कुडा़ कोतवाली के बगल स्थित अपनी आफिस में बालिकाओं की गोष्ठी का आयोजन कर संस्था सेक्रेटरी सुलेखा यादव ने उनके अधिकारों से रुबरु करायी।तथा बतायी कि यह दिन मनाने की वजह देश की बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।समाज में बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव के बारे में देश की बेटियों के साथ ही सभी लोगों को जागरूक करना है।आज राष्ट्रीय बालिका दिवस यानी नेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर देशभर में बालिकाओं को ख़ूब याद किया जा रहा है।पहली बार 24 जनवरी 2009 में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया।आज के दिन को मनाने का विशेष प्रयोजन लड़कियों से जुड़ी भ्रांतियां,कन्या भ्रूण हत्या को रोकना,बेटियों को लेकर सभी में जागरूकता लाना आदि है।श्रीमती यादव ने बतायी कि लड़कियां है तो कल है,बालिकों बिना संसार का कोई अस्तित्व नही है।वर्तमान समय में हर क्षेत्र में बेटियां अव्वल है।आज हम सभी को समझना होगा कि लड़कियां न केवल हमारा बेहतरीन आज है,बल्कि सुनहरा भविष्य भी हैं।एकबारगी देखें,तो परवरिश,शिक्षा,खानपान से लेकर सम्मान,अधिकार,सुरक्षा आदि में बालिका शिशु के साथ भेदभाव किया जाता है।यहां तक की इलाज में भी असमानताएं बरती जाती है।इसलिए आज सभी को लड़का-लड़की में भेदभाव न करने और देश में व्याप्त लिंग अनुपात की असमानता को ठीक करने का प्रण लेना चाहिए।इस मौके पर जुही यादव,आरती सिंह,विजय लक्ष्मी चौहान,आदि उपस्थित रही।