#राज्यसभा चुनाव में मतदान कल: भाजपा ने आठवीं तो सपा ने तीसरी सीट के लिए झोंकी ताकत, सीटें 10, प्रत्याशी 11#
द्विवार्षिक राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों के लिए मतदान मंगलवार को होगा। भाजपा के आठ और सपा के तीन प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होना है। भाजपा ने आठवीं और सपा ने तीसरी सीट जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
राज्यसभा चुनाव के लिए सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक विधान भवन के तिलक हॉल में मतदान होगा। मतदान के लिए तीन बूथ बनाए गए हैं। मतदाता सचिवालय के गेट नंबर सात से प्रवेश करेंगे। विधान भवन के कक्ष नंबर 80 से मतदाता पर्ची प्राप्त कर मतदान के लिए तिलक हाल जाएंगे। तिलक हॉल में मतपत्र पर निर्वाचन आयोग के विशेष पेन से मतदान करेंगे, शाम 5 बजे से मतगणना होगी। भाजपा की ओर से सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, अमरपाल मौर्य, नवीन जैन, तेजवीर सिंह, संजय सेठ, साधना सिंह और संगीता बलवंत बिंद प्रत्याशी हैं। जबकि सपा ने जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन को मैदान में उतारा है।
राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पास एनडीए के घटक दलों के साथ समर्थित दलों के कुल 287 विधायकों का वोट है। जबकि पार्टी को वर्तमान स्थिति में आठ सीटें जीतने के लिए 296 मतों की आवश्यकता है। ऐसे में पार्टी को 9 अतिरिक्त मत चाहिए। वहीं सपा को तीन सीटें जीतने के लिए 111 मतों की आवश्यकता है। जबकि सपा के पास कांग्रेस के दो विधायकों सहित कुल 108 वोट ही हैं। ऐसे में सपा को तीसरी सीट जीतने के लिए तीन अतिरिक्त वोट चाहिए। सूत्रों के मुताबिक दोनों ही दलों ने एक दूसरे के खेमे में सेंधमारी ही हर संभव कोशिश की है। किसका प्रयास सफल रहता है यह मंगलवार रात मतगणना के बाद ही सामने आएगा।
सपा के पांच विधायक भाजपा के संपर्क में
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि पार्टी और सरकार के शीर्ष लोगों ने आठवीं सीट जीतने के लिए सपा के पांच विधायकों से संपर्क किया है। विधायकों को उनका राजनीतिक भविष्य सुरक्षित रखने के साथ हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया जा रहा है। मुश्किल की घड़ी में भाजपा का साथ देने वाले सपा विधायक को विधानसभा में डिप्टी स्पीकर का पद भी दिया जा सकता है। सपा सरकार में मंत्री रहे एक दल के मुखिया भी वोटों का गणित भाजपा के पक्ष में करने में जुटे हैं। भाजपा को सपा विधायक राकेश पांडेय का भी मत मिलने की उम्मीद है। वहीं बसपा विधायक उमाशंकर सिंह का वोट भी हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है। मालूम रहे कि राज्यसभा चुनाव-2018 में भाजपा के पक्ष में मतदान करने वाले तत्कालीन सपा विधायक नितिन अग्रवाल को योगी सरकार ने विधानसभा में डिप्टी स्पीकर बनाया था। उसके बाद 2022 में उन्हें भाजपा से टिकट दिया गया। नितिन योगी सरकार में आबकारी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं।