#Uttarakhand Roadways : बस के इंतजार में खड़े थे यात्री, ड्राइवर ने कर दी यह हरकत- विभाग ने कर दी ये कार्रवाई#
चंडीगढ़ से देहरादून आ रही उत्तराखंड परिवहन निगम की ग्रामीण डिपो के बस चालक को मार्ग में खड़े यात्रियों के लिए बस न रोकना भारी पड़ गया। यात्रियों से फोन पर मिली शिकायत पर मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने चालक को आफरूट कर उसके विरुद्ध विभागीय जांच बैठा दी है। साथ ही सभी डिपो के चालकों के लिए चेतावनी जारी की है कि लंबी दूरी के मार्गों पर बीच स्टाप पर खड़े यात्रियों के लिए बस रोकी जाए।
मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण डिपो की एक बस बुधवार को चंडीगढ़ से देहरादून आ रही थी, जिस पर चालक सुखविंदर सिंह तैनात थे। गुरुवार को उनके पास एक यात्री की काल आई, जिसमें बताया गया कि आठ यात्री कुल्हाल के पास खड़े थे और उन्होंने बस को रोकने का संकेत भी दिया, इसके बावजूद चालक ने बस नहीं रोकी। बताया गया कि बस में जगह भी थी।
मामले का संज्ञान लेकर मंडल प्रबंधक ने जब प्रारंभिक जांच कराई और शिकायत सही मिली तो चालक को आफरूट करने के आदेश दिए। वहीं, शुक्रवार को मंडल प्रबंधक ने देहरादून से दिल्ली जा रही ग्रामीण डिपो की एक बस का मार्ग प्रपत्र चेक किया तो पता चालक कि जब बस देहरादून आइएसबीटी से चली तो उसमें मात्र 14 यात्री थे, जिसमें पांच यात्री रुड़की बस अड्डे तक के थे। बीच मार्ग में बिहारीगढ़, छुटमलपुर, भगवानपुर आदि पड़ा, लेकिन चालक ने कहीं भी बस नहीं रोकी और खाली बस चलाता रहा।
मेरठ से दिल्ली के बीच यात्री होने के बावजूद चालक ने बस नहीं रोकी और खाली बस दौड़ाकर निगम को आर्थिक क्षति पहुंचाई। मंडल प्रबंधक ने इस बस चालक के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। साथ ही सभी चालकों के लिए चेतावनी जारी की है, जिसमें बताया गया कि अगर भविष्य में बस न रोकने की शिकायत मिली तो चालक का तबादला दूरस्थ डिपो में कर दिया जाएगा।
अनुबंधित बस आपरेटर पर लगेगा जुर्माना
मंडल प्रबंधक ने बताया कि अनुबंधित बस चालक अगर यात्री होने के बावजूद बस नहीं रोकेंगे तो उनके बस आपरेटर पर जुर्माना लगाया जाएगा। पहली बार शिकायत पर पांच हजार रुपये, दूसरी बार शिकायत मिलने पर 10 हजार रुपये अरैर तीसरी बार शिकायत मिलने पर 20 हजार रुपये जुर्माना लगाकर भुगतान से इसकी कटौती की जाएगी। चौथी बार शिकायत मिलने पर बस का अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा।