ठंड से बचने के लिए जूही के बसंती नगर में रविवार रात अंगीठी जलाकर सो रहे परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गयी। जबकि परिवार के अन्य दो सदस्यों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की।
जब दूध वाला आया तो खुली आंख
जूही के बसंती नगर निवासी 52 वर्षीय नरेंद्र शर्मा का घर पर ही चारा मशीन के पाइप बनाने का कारखाना है। उनके परिवार में 80 वर्षीय पिता पूरन चंद्र शर्मा, मां 78 वर्षीय मिथिला शर्मा, 22 वर्षीय पुत्री निमिषा और 18 वर्षीय पुत्र ध्रुव के साथ रहते थे।
छोटे भाई रामजी ने बताया कि रविवार रात को भीषण ठंड के चलते सभी कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे थे। इसके बाद सोमवार सुबह करीब आठ बजे जब दूधवाले ने दरवाजा खटखटाया तो निमिषा की आंख खुली। जिसके बाद उसने अपने भाई ध्रुव को जगाया। लेकिन परिवार के बाकी सदस्य नहीं उठे। जिस बात पर निमिषा घबरा गई। जिसके बाद भतीजी ने उन्हें घटना की जानकारी दी।
आनन-फानन में वह सभी को कार्डियोलाजी अस्पताल ले गए। जहां डाक्टर ने पिता, मां और भाई को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को हादसे की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। जूही थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि परिवार के सदस्यों की दम घुटने से मौत की आशंका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल बच्चों की हालत खतरे से बाहर है।