स्वामी विवेकानन्द सम्मान से सम्मानित हुए आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर

सुल्तानपुर
भारत को विश्व गुरु का दर्जा दिलाने वाले युग प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद जी की 159 वी जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के शुभ अवसर पर चित्रकार चंद्रपाल राजभर को स्वामी विवेकानंद सम्मान से सम्मानित किया गया आपको बताते चलें कि चंद्रपाल राजभर यह सम्मान सामाजिक योगदान एवं राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु दिया दिया गया स्वामी विवेकानंद जी की 159 वीं जयंती के अवसर पर शांति फाउंडेशन गोंडा ने संपूर्ण भारत से विभिन्न क्षेत्रों में विशेष कार्य कर रहे कलाकारों,कवियों,लेखकों,शिक्षकों,समाजसेवियों,डॉक्टरों,इंजीनियरों से लाइफ बायोग्राफी एवं उपलब्धियों सहित संपूर्ण भारत से आवेदन मांगे थे जिनको 12 जनवरी 2022 स्वामी विवेकानंद जयंती के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय सेमिनार एवं सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाना था ऐसे में जनपद सुल्तानपुर का नाम विश्व पटल पर रोशन कर रहे आर्टिस्ट चंद्रपाल राजभर ने अपनी लाइफ बायोग्राफी एवं उपलब्धियों को भेजकर आवेदन किया और ऑनलाइन हो रहे राष्ट्रीय सेमिनार में अपनी लिखी हुई स्वरचित कविता”चलते रहो चलते रहो,रुकना मेरा काम नहीं,सफलता मेरा लक्ष्य है,ठहरना मेरा नाम नहीं,चलते रहो चलते रहो,रुकना मेरा काम नहीं, को सुनाकर दर्शकों का मन मोह लिया जिसका अवलोकन करते हुए शांति फाउंडेशन गोंडा की संपूर्ण टीम ने आर्टिस्ट चंद्रपाल राजभर को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के शुभ अवसर पर उन्हें स्वामी विवेकानंद सम्मान से सम्मानित किया