नौतन प्रखंड के सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल में शीतलहर के कारण बच्चों के पढ़ाई में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। शीतलहर में बच्चे पढ़ने के लिए विद्यालय जाते हैं लेकिन जाडे में ठिठुर रहे हैं। जाडे के कारण वर्ग में प्रेयर कराया जा रहा है। शिक्षक लोगों के मन में भर छाया हुआ है की बच्चों को ठंड से कैसे बचाया जाए। शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक हद से ज्यादा अति कर दिए हैं। अंग्रेजों के समान हुकूमत करना चाहते हैं शिक्षकों पर क्योंकि सरकारी शिक्षक ही बकरे की तरह मजबूर दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि सरकारी शिक्षक 9:00 बजे सुबह में विद्यालय आते हैं और 5:00 बजे शाम को विद्यालय से घर जाते हैं। शिक्षा विभाग के अपर सचिव के के पाठक को यह देखना चाहिए की बिहार के मुख्यमंत्री मध् निषेध पर रोक नहीं लगा पाए। तो अब निशान विद्यालय पर साधें है क्योंकि शिक्षक मजबूर है। के के पाठक यह सूचना चाहिए विद्यालय में बच्चे इतनी देर तक पढ़ाई नहीं कर सकते हैं बच्चों के भविष्य बनाने के साथ-साथ बच्चों का भविष्य भी बिगड़ जा रहा है।
मध निषेध में थे तो शराब रोक नहीं पाए अब शिक्षा विभाग को सुधारते सुधारते बिगाड़ न दे। नौतन मंगलपुर आरपीएस पब्लिक स्कूल की विद्यार्थी वर्ग रूम में ही प्रेयर करते हुए दिखाई दे रहे है। प्रिंसिपल राजू कुशवाहा के आदेश था शीत्तलहर के कारण बच्चों को प्रांगण में प्रेयर न कराकर वर्ग रूम में ही कराया जाए। विद्यार्थियों को शीतलहर के कारण ठंड लगा सकती है। विद्यार्थियों को कहना है शीतलहर में सरकार विद्यालय बंद कर देती तो बहुत अच्छा होता।