#नमामि गंगे ने गंगा किनारे हर्षोल्लास के साथ मनाया भारत रत्न महामना व अटल जी का जन्मदिन#

” गंगा तट पर महामना – अटल को श्रद्धा सुमन “
देश की राष्ट्रीयता के प्राणतत्व महामना पं० मदन मोहन मालवीय और राजनीति के अटल सूर्य श्रद्धेय पं० अटल बिहारी बाजपेयी की जन्म जयंती पर नमामि गंगे द्वारा गंगा तट पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया । शिक्षा जगत के दैदीप्यमान नक्षत्र बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रणेता महामना व राजनीति के युग मनीषी लगभग आधी शताब्दी तक भारतीय संसदीय प्रणाली के बेजोड़ नेता अटल जी का जन्मदिन दशाश्वमेध घाट पर धूमधाम से मनाया। गंगा निर्मलीकरण के संकल्प को साकार करने हेतु सभी को शपथ दिलाई । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा आंदोलन की पहली मशाल भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने जलाई थी । पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में देश भर की नदियों को जोड़कर सिंचाई से लेकर बाढ़ तक की समस्या से निपटने का सपना देखा गया । नदी जोड़ो योजना में गंगा सहित 60 नदियों को जोड़ने की योजना थी अटल जी का मकसद यह था कि इससे कृषि योग्य लाखों हेक्टेयर भूमि की मानसून पर निर्भरता कम हो जाएगी । हम सभी को इन दोनों महापुरुषों का जन्मदिन गंगा निर्मलीकरण एवं अविरलता के लक्ष्य को निर्धारित करके मनाना चाहिए । आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला महानगर सहसंयोजक सरिका गुप्ता, महानगर सहसंयोजक बीना गुप्ता, महानगर प्रभारी पुष्पलता वर्मा शामिल रहे ।