#Corona: जयपुर में एक महीने के बच्चे को कोरोना, ऑस्ट्रेलिया से जोधपुर आई युवती भी पॉजिटिव, लगातार बढ़ रहे मरीज#

राजस्थान के कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश की राजधानी जयपुर में एक महीने का बच्चा कोरोना संक्रमित हो गया। वहीं, जोधपुर में भी एक युवती की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। वह पांच दिन पहले ऑस्ट्रेलिया से लौटकर आई थी। इसके बाद से उसकी तबीयत खराब थी। कोरोना के लक्षण दिखने पर उसने जाचं कराई, जिसके बाद शुक्रवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।कोरोना संक्रमित 19 साल की युवती महामंदिर क्षेत्र में रहती है। उसे होम आइसोलेशन में रखा गया है। साथ उसके संपर्क में आए लोगों और परिवार वालों का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया है।

लगातार बढ़ रहे मरीज
इससे पहले गुरुवार को जयपुर में दो कोरोना सक्रंमित मिले थे। वहीं, बुधवार को जैसलमेर में भी दो कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे। वहीं, आज शुक्रवार को भी दो संक्रमित मरीज मिले हैं। इससे प्रदेश में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।

स्टेट कोविड मैनेजमेंट टीम का गठन
इधर, कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने एक आदेश जारी कर स्टेट कोविड मैनेजमेंट टीम का गठन कर दिया है। इसे लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा ने बताया- केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोविड प्रबंधन के लिए प्रदेश में टीम का गठन किया गया है।

शिवप्रसाद नकाते नोडल अधिकारी नियुक्त
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवप्रसाद नकाते को स्टेट कोविड मैनेजमेंट कमेटी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। प्रबंधक निदेशक आरएमएससीएल अनुपमा जोरवाल, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गौरव सैनी, अति. निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, एसएमएस अस्पताल की वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. भारती मल्होत्रा, आईडीएसपी के स्टेट नोडल अधिकरी डॉ. प्रवीण असवाल, आरयूएचएस के डॉ. अजीत सिंह और राजमेस की उप निदेशक डॉ. वंदना शर्मा को इस कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह कमेटी कोरोना की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाएगी।

सरकार जारी कर चुकी है एडवाइजरी
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार और स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। सरकार ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को सर्दी, जुकान और खांसी के मरीजों से दूरी बनाने के लिए कहा है। साथ ही ऐसे लक्षण वाले मरीजों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।