लखनऊ विश्वविद्यालय ने पीएचडी डॉक्टर ऑफ फिलोसफी की उपाधि प्रदान की है।

*गौरव जायसवाल* वर्तमान निवासी गांधीनगर कालोनी, लछिरामपुर, आजमगढ़ (वेदांता हॉस्पिटल के निकट) को *कम्प्यूटर साइंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस* विषय में महत्वपूर्ण शोध कार्य के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय ने *पीएचडी* (डॉक्टर ऑफ फिलोसफी) की उपाधि प्रदान की है। डॉ गौरव जायसवाल वर्तमान में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

डॉ गौरव जायसवाल ने प्रारंभिक शिक्षा जय बजरंग इंटरमीडिएट कालेज रामनगर अम्बेडकरनगर से लिया एवं सदैव प्रथम स्थान पर रहे। इन्होंने उच्च शिक्षा कंप्यूटर साइंस में इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं बीएचयू से क्रमशः स्नातक, परास्नातक प्राप्त किया। पूर्व में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद से एनटीएसई स्कॉलरशिप, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा इंस्पायर स्कॉलरशिप एवं रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ, एसआरएफ) भी प्राप्त कर चुके हैं। इनके कई शोध पत्र देश विदेश स्तर पर प्रकाशित हो चुके है।

डॉ. गौरव जायसवाल के पिता श्री राधेश्याम जायसवाल निवासी नरियांव, आलापुर, अम्बेडकरनगर ने बताया यह कठिन परिश्रम, अनुशासन एवं अच्छे संस्कार का परिणाम है। ये बचपन से ही मेधावी व परिश्रमी हैं।

इनके भाई ब्रजेश जायसवाल सहायक लेखा परीक्षाधिकारी (कैग भारत सरकार), डॉ. रवि जायसवाल, नितिन जायसवाल (सीनियर इंजीनियर) एवं परिजनों, समाज व क्षेत्र के लोगों में खुशी है। भाइओं, परिजनों, समाज व क्षेत्र के लोगों ने उसके सफलता पर बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।. संवाददाता अमित खरवार