#Mohan Yadav: मतदान और परिणाम आने के बाद दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मिले थे मोहन यादव, पढ़ें सीएम बनने के पीछे की कहानी#
मध्यप्रदेश के सीएम पद पर उज्जैन दक्षिण क्षेत्र से विधायक मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाकर बीजेपी ने तय कर दिया कि यह नई बीजेपी है। यहां फैसले बिल्कुल अनएक्सपेक्टेड होते हैं और केंद्रीय नेतृत्व किसी भी तरह के प्रेशर में काम नहीं करता। बता दें कि बीजेपी पर्यवेक्षकों ने विधायकों से गहन विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री का फैसला किया। शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव राज्य में शिवराज सिंह चौहान की जगह लेंगे। मध्यप्रदेश की राजनीति में सीएम पद के लिए यादव छुपा रुस्तम साबित हुए हैं। हालांकि पिछली बार जब शिवराज सिंह चौहान को सीएम बनाने की तैयारी हो रही थी, उस समय भी मोहन यादव के नाम पर विचार हुआ था, पर इस बार उनके नाम की चर्चा कहीं से भी नहीं हो रही थी।
कहा जा रहा कि आरएसएस उनके नाम को लेकर काफी गंभीर था। हालांकि, मोहन यादव को बड़बोलेपन के लिए कई बार बहुत आलोचना झेलनी पड़ी है और भी कई मामलों को लेकर उनका नाम विवादों में रहा है।
कमलनाथ ने मोहन यादव से की मुलाकात
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने की भाजपा विधायक दल के नेता मोहन यादव से मुलाकात की है। वीआईपी गेस्ट हाउस में मंगलवार सुबह मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डॉ मोहन यादव से सौजन्य भेंट करने पहुंचे थे। वहीं, कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विधायक दल का नेता निर्वाचित होने पर मोहन यादव को शुभकामनाएं। मैं आशा करता हूं कि वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में विधिपूर्वक और राग-द्वेष से रहित होकर शासन करेंगे।
कमलनाथ से मुलाकात पर भाजपा विधायक दल के नेता मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश की बेहतरी के लिए किसी से मिलने में कोई परहेज नहीं। कमलनाथ ने शिष्टाचार के नाते मुलाकात की है। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में आ रहे हैं।