#Monkey Attack : बंदरों के डर से भागी मासूम छत से गिरी, हो गई दर्दनाक मौत#

कस्बा के मुहल्ला गिननौरी में शनिवार को हृदय विदारक हादसे में छह साल की एक मासूम की मौत हो गई। घर की छत पर अकेली बच्ची को देख बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। बच्ची उनसे भागी तो छत के दूसरी तरफ गली में गिर गई। नीचे गिरने से उसके सिर में गंभीर चोट आई और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
थाना हजरत नगर गढ़ी क्षेत्र के मोहल्ला गिन्नौरी कस्बा सिरसी में कमलदीप कश्यप की 6 वर्षीय पुत्री कीर्ति अपने दो मंजिला मकान की छत पर खेल रही थी। अचानक आया बंदरों का झुंड बच्ची पर झपट पड़ा। इससे बच्ची डरकर भागी।

दूसरी ओर जाकर छत से नीचे गली में गिर गई। गली में ही गिरने की वजह से उसके सिर में गंभीर चोट आई। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बंदरों के हमले से बच्ची को मौत पर लोगो में रोष है।

उनका कहना है कि बंदरों को पकड़वाने का दो बार नगर पंचायत बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास हो चुका है लेकिन अभी तक उस पर अमल नहीं हुआ है। जिससे बंदरो के हमलों से अनेक लोग चोटिल हो चुके है। अब एक मासूम बालिका हो जान से हाथ धोना पड़ा। बालिका की मौत पर उसके घर में त्राहिमाम है।

संभल शहर में भी हालत खराब

संभल के कई मुहल्लों में बंदरों का आतंक है। लोग परेशान हैं। नगर पालिका इसे लेकर गंभीर नहीं है। शहर के दुर्गा कालोनी, हल्लू सराय, शहजादी सराय, आलम सराय, मंडी किशन दास, लाडम सराय और सरायतरीन कस्बा तक बंदरों की संख्या ज्यादा है। छत पर यह हमला भी कर देते हैं।

चंदौसी में तो करोड़ों रुपये के जाल लग गए

चंदौसी में बंदरों का आतंक सबसे ज्यादा है। यहां तो लोगों ने अपने मकान के छत व बरामदा में लोहे की जाली लगा रखी है। एक मकान में कम से कम 10 हजार से 30000 रुपये खर्च कर यह जाली लगाई जाती है। जबकि चंदौसी शहर के 60 फीसद से ज्यादा मकान में यह जाली लगी हुई है।

दो दिन पहले काटा था कुत्ता, इलाज जारी

असमोली थाना क्षेत्र मंवई ठाकुरान गांव में आवारा कुत्तों के झुंड ने जाहिद हुसैन के चार वर्षीय मासूम बेटा मोहम्मद फैज पर हमला कर दिया था। शुक्रवार की सुबह 9 बजे घर के बाहर खेलते समय घटना हुई थी। उसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है।