#कौन है ये लेडी डॉन?#

कौन है ये लेडी डॉन?

सुखदेव गोगामेड़ी मर्डर से क्या है कनेक्शन?

गैंगस्टर आनंदपाल का क्यों हो रहा जिक्र?

जयपुर. क्या श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में गैंगस्टर आनंदपाल की बेटी चीनू या आनंदपाल गैंग का हाथ था. साजिश में आनंदपाल की बेटी चरणजीत उर्फ चीनू का नाम आने पर खुद चीनू ने सोशल मिडिया पर वीडियो पोस्ट कर सफाई दी कि सुखदेव गोगामेड़ी उसके लिए आदरणीय है और वह उनकी हत्या के बारे में मैं सोच भी नहीं सकती. चीनू ने लिखा, “मेरे पिता आनंदपाल सिंह के पुलिस इनकाउंटर के वक्त गोगामेड़ी मेरे परिवार की मदद में सबसे आगे रहे.” लेडी डॉन ने कहा प्रशासनिक अधिकारी बिना जांच के उनपर आरोप लगा रहे हैं.

हमलावरों ने बीते 5 दिसंबर को गोगामेड़ी की जयपुर के श्यामनगर स्थित उसके घर में घुसकर हत्या कर दी थी. गोगामेड़ी की हत्या की जांच के लिए पुलिस ने बुधवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. पुलिस के अनुसार, हमलावरों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने हमलावर रोहित सिंह राठौड़ गांव जूसरिया (थाना मकराना) तथा नितिन फौजी गांव डूंगराजाट (महेंद्रगढ़, हरियाणा) की सूचना देने वाले को पांच-पांच लाख रुपए के इनाम की घोषणा भी की है.

आखिर कौन है चीनू:

गैंगस्टर आनंदपाल की बेटी चीनू दुबई में रहती है और वहीं से आनंदपाल गैंग को ऑपरेट करती है. चीनू का नाम चर्चा में तब आया जब पिछले साल राजू ठेहट के इनकाउंटर के वक्त एक आरोपी शक्ति सिंह ने राजू ठेहट की हत्या की साजिश में चीनू की भूमिका बताई थी. राजू ठेहट केस में चीनू वॉन्टेड है. विदेश में होने की वजह से पुलिस उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई और मामले की जांच लंबित है.

सबसे पहले 2015 में चीनू का नाम अपराध में तब आया जब आनंदपाल फिल्मी अंदाज में नागौर के लाडनू से पेशी से लौटते हुए फरार हो गया था. फिर फरारी के दौरान अलग-अलग ठिकानों पर रहा. फरारी और छुपने की प्लानिंग चीनू ने ही की थी. चीनू उस वक्त भी दुबई में थी.

चीनू दुबई में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गई थी, लेकिन अपराध की दुनिया में नाम आने के बाद वापस नहीं लौटी. वह पिता आनंदपाल के इनकाउटंर के बाद उसके अंतिम संस्कार के दौरान भी नहीं आई थी. फिर आनंदपाल की मौत के बाद विदेश से वह इस गैंग को चलाने लगी. गैंग के गुर्गो के साथ वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ भी काम करने लगी.

आनंदपाल गैंग और राजू ठेहट गैंग में दु्श्मनी थी. चीनू को शक था कि राजू ठेहट ने ही पुलिस के साथ मिलकर उसके पिता आनंदपाल का इनकाउंटर करवाया था. आरोप है कि पिता की मौत का बदला लेने के लिए लॉरेंस गैंग के जरिये चीनू ने राजू ठेहट का इनकाउटंर करवा दिया. आनंदपाल का जब पुलिस इनकाउटंर हुआ तब इस इनकाउटंर के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने ही की थी.

गोगमेड़ी ने करणी सेना की मदद से बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया था. अब सवाल ये कि अगर गोगामेड़ी ने आनंदपाल परिवार की इनकाउटंर के वक्त मदद की थी तो अब क्या दुश्मनी थी कि चीनू उसकी हत्या करवा दे. दरअसल कहा जा रहा है कि एक जमीन को लेकर चीनू का उसके चाचा मंजीत और रुपेंद्रपाल के बीच विवाद चल रहा था. सुखदेव गोगामेड़ी इस पारिवारिक जमीन विवाद में रुपेंद्रपाल और मंजीत का साथ दे रहा था, जिससे चीनू नाराज थी. वैसे कहा जा रहा है कि चीनू को अपराध की दुनिया में वर्चस्व जमाने में लेडी डॉन अनुराधा ने भी मदद की थी.

साभार जयपुर