केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस-प्रशासन को बैठक में दिया सख्त संदेश
03 दिन के दौरे पर लखनऊ आया है दल, 75 जिलों के अफसरों के साथ हुई समीक्षा बैठक
लखनऊ।
प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के दौरान पुलिस-प्रशासन की सरकारी मशीनरी की निष्पक्षता पर केन्द्रीय चुनाव आयोग ने सख्त रुख अख्तियार किया है। बुधवार को यहां विधानभवन के तिलक हॉल में प्रदेश के सभी जिलों के मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक आदि अफसरों के साथ चुनाव की तैयारियों का आकलन करने के लिए हुई बैठक में आयोग ने इन सभी अफसरों से स्पष्ट कहा कि किसी भी राजनीतिक दल विशेष, उम्मीदवार या अन्य किसी व्यक्ति के साथ चुनाव के दरम्यान किसी भी तरह के पक्षपात की शिकायत आई तो इसकी पुष्टि होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के दौरान विधानसभा चुनावों के मतदान के आंकड़ों पर असंतोष जताते हुए आयोग ने इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर खास जोर दिया। इसके लिए मतदाता जागरूकता अभियान चलाने व महिला वोटरों का प्रतिशत बढ़ाने को कहा गया है। विधानसभावार वोटर लिस्ट में कुल जनसंख्या के सापेक्ष वोटरों का अनुपात भी बढ़ाने के निर्देश दिए। बता दें कि वर्ष 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 61 प्रतिशत मतदान हुआ था।
हरियाणा से सटे यूपी के जिलों में अवैध शराब की बरामदगी बढ़ाने पर जोर
प्रदेश के हरियाणा से जुटे जिलों के पुलिस प्रशासन के अफसरों से आयोग ने अब तक हुई अवैध शराब की बरामदगी पर असंतोष जताया। आयोग ने कहा कि उपरोक्त जिलों में अवैध शराब की तस्करी रोकने के लिए छापेमारी बढ़ाई जाए ताकि और ज्यादा अवैध शराब बरामद की जा सके। इसके अलावा पूर्वांचल में बिहार व नेपाल से सटी सीमा पर भी शराब व अन्य मादक पदार्थों की तस्करी को प्रभावी ढंग से रोके जाने के निर्देश दिए गए।
अन्तर्राज्यीय व अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर आवागमन की चेकिंग की जाए
आयोग ने उत्तर प्रदेश से जुड़े मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखण्ड आदि राज्यों की सीमाओं से जुड़े जिलों तथा नेपाल की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़े जिलों के आवागमन पर खास निगरानी के भी निर्देश दिये। खासतौर पर ऐसे जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों व पुलिस अधीक्षकों से संवेदनशील इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाने को कहा गया।
पीयूष जैन मामले की तर्ज पर छापेमारी कर कालेधन का इस्तेमाल रोकें
आयोग की समीक्षा बैठक में कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन के प्रतिष्ठानों से करोड़ों रुपये का काला धन बरामद होने का मामला भी उछला। पुलिस अफसरों से कहा गया कि विधानसभा चुनाव में काले धन का इस्तेमाल न होने पाए, यह भी पूरी सतर्कता से देखे जाने की जरूरत है। छापेमारी कर कालेधन का पता लगाएं।
महिला वोटरों की बढ़ती हिस्सेदारी पर पुस्तक का विमोचन हुआ
विधान भवन के तिलक हॉल में समीक्षा बैठक की शुरुआत में केन्द्रीय निर्वाचन आयोग के दल ने महिला वोटरों की बढ़ती हिस्सेदारी पर आधारित पुस्तक ‘आधी आबादी की बढ़ती हिस्सेदारी’ का विमोचन किया। इसके साथ ही इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट से संबंधित जानकारी देने वाले पोस्टर तथा वोटर गाइड बुकलेट का भी विमोचन किया गया। यह बुकलेट घर-घर वितरित की जाएगी। इस विमोचन समारोह में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्रा, निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, अनूप चन्द्र पाण्डेय, आयोग के सेक्रेटरी जनरल उमेश सिन्हा, प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त अजय कुमार शुक्ल शामिल हुए।
पहले चरण में इन जिलों के अफसरों की बैठक हुई
आयुक्त-आगरा, अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, सहारनपुर, झांसी, चित्रकूट धाम तथा कानपुर मण्डल
जिला निर्वाचन अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक-आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस,एटा, कासगंज,मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़, मुरादाबाद, सम्भल, बिजनौर,रामपुर, अमरोहा, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, झांसी, जालौन, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरय्या,इटावा, कन्नौज तथा फर्रुखाबाद।
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दूसरे चरण में इन जिलों के अफसरों की बैठक हुई
आयुक्त-वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर, देवीपाटन, आजमगढ़, विंध्यांचल, अयोध्या तथा बस्ती मण्डल
जिला निर्वाचन अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक-वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, लखनऊ, हरदोई, खीरी, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज, कुशीनगर, गोण्डा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, मीरजापुर, सोनभद्र, भदोही, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, बाराबंकी,अमेठी, सुल्तानपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर तथा संत कबीरनगर।
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इन बिन्दुओं पर भी आयोग ने अफसरों से ली जानकारी
-मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण में 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले कितने युवा वोटर जोड़े गये।
-1200 वोटरों से ज्यादा संख्या वाले पोलिंग बूथ बदले गये या नहीं?
-पोलिंग स्टाफ की जिलों में पूरी तरह तैयारी हो गयी या नहीं?
-पोलिंग स्टाफ में शामिल कर्मियों को कोविड टीके की दोनों खुराक लगी की नहीं?
-वीवीपैट और ईवीएम की सुरक्षा के समुचित बंदोबस्त कैसे हैं, उन पर संख्या अंकित हुई या नहीं?
-ईवीएम और वीवीपैट के डिस्पैच और परिवहन की क्या व्यवस्था की गयी?
-माइक्रो आब्जर्वर किनको बनाया जाएगा और हर जिले में कितने बनेंगे?
-वेबकास्टिंग जिले के कितने मतदान केन्द्रों पर करवाए जाने की तैयारी है?
-पोलिंग स्टाफ की ट्रेनिंग, पोस्टल बैलेट की छपाई की क्या तैयारी है?
-पिछले विधानसभा चुनाव में कितने विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम की डबल बैलेट यूनिट लगी थीं?
-मतदान के बाद ईवीएम व वीवीपैट तथा पोस्टल बैलेट सुरक्षित रखने को स्ट्रांग रूम की क्या स्थिति है?
-मतदान केन्द्र और पोलिंग बूथ पर बिजली, नेटवर्क, वोटरों को दी जाने वाली बुनियादी सुविधाओं की तैयारी पूरी है या नहीं?
-स्टैटिक टीम, उड़नदस्तों और अर्धसैनिक बलों की कितनी जरूरत है?
-अन्तर्राज्यीय व अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर जनपदीय पुलिस के क्या सुरक्षा बंदोबस्त हैं?
-कितने लाइसेंसी शस्त्र जमा हो गये?
-कितने विधानसभा क्षेत्र संवेदनशील हैं और क्यों?
-पिछले विधानसभा चुनाव में कहां-कहां हिंसा, बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं हुई थीं?
-लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत पिछले चुनाव में कितने मुकदमे कायम हुए और उनकी क्या स्थिति है?