#यूपी: शादी के चार माह बाद प्यार की खातिर छोड़ा पति का साथ, प्रेमी भी निकला फरेबी; जहर देकर किया कत्ल#
आगरा में प्रेमी के साथ रह रही 20 वर्षीय संजना की मौत बीमारी से नहीं, बल्कि जहर से हुई थी। 27 अगस्त को प्रेमी संतोष वर्मा ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पता नहीं चला। इस पर विसरा जांच की गई। इसकी रिपोर्ट में मौत जहर से होना आया। इस पर पुलिस ने आरोपी प्रेमी संतोष वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
संजना सिकंदरपुर, सैंया की रहने वाली थी। पिता दयालू सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस को बताया कि बेटी की शादी 5 मई को धौलपुर के प्रेम सिंह से की थी। शादी के कुछ समय बाद ही बेटी घर आ गई। वह ससुराल नहीं गई। कमला नगर स्थित मनोहरपुर में संजना के ताऊ हरीशंकर उर्फ खिल्लो रहते हैं। संजना ताऊ के घर में जाकर रहने लगी। यहां उसकी मुलाकात गांव के संतोष वर्मा से हुई।
संतोष ने संजना को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। साथ अगस्त को उसे अपने घर ले गया। मगर, उन्हें घरवालों ने साथ नहीं रखा। वह फिरोजाबाद के हुमायूंपुर में किराये पर कमरा लेकर रह रहा था। 27 अगस्त को उसे कमला नगर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे एसएन रेफर किया गया। एसएन इमरजेंसी में डाॅक्टर ने संजना को मृत घोषित कर दिया।
जेवरात हड़पने के लिए हत्या का आरोप
पिता ने आरोप लगाया कि बेटी के पास मायके और ससुराल के जेवरात रखे थे। इन्हीं जेवरात को हड़पने के लिए संजना की हत्या कर दी गई। बेटी की मौत की जानकारी भी संतोष के भाई ने दी थी। उन्होंने थाना कमला नगर में तहरीर दी। मामले में ममता विहार कॉलोनी निवासी संतोष वर्मा, तन्नू और अन्य के खिलाफ हत्या व साक्ष्य मिटाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया।
झोलाछाप के इलाज से मौत होना बताया था
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पूछताछ में संतोष ने पुलिस से कहा था कि संजना बीमार थी। उसे एक झोलाछाप को दिखाया था। दवा देने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी। इसलिए कमला नगर लेकर आया। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पता नहीं चला। इस पर विसरा सुरक्षित रखा गया। इसे फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा। रिपोर्ट में पता चला कि अमोनियम फास्फेट की वजह से मौत हुई है। इस पर संतोष को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे जेल भेजा गया है।
पुलिस से झूठ बोलता रहा संतोष
थाना प्रभारी निरीक्षक आनंदवीर सिंह ने बताया कि संजना आरोपी संतोष के साथ रह रही थी। संतोष ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। उसको गिरफ्तार किया गया। पूछताछ की गई। उससे पूछा गया कि संजना को जहर क्यों खिलाया था। इस पर उसने कोई जवाब नहीं दिया। यही कहा कि उसे नहीं पता। संजना की मौत पर भी पूछताछ में उसने पुलिस को गुमराह किया था। आरोपी झूठ बोलता रहा। फोरेंसिक जांच में पुष्टि हुई। इस पर उसे जेल भेजा गया है।