नवोदय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों ने साझा किया अनुभव

-सिल्वर जुबली

-कहा,मन से पढ़ाई करके विभिन्न सेवाओं के माध्यम से देश की सेवा करें छात्र-छात्राएं

-स्कूल का नाम उंचा करने के लिए कठिन परिश्रम करने की है जरूरत

-जवाहर नवोदय में पढ़ने की बात से ही अनूठे गौरव की होती है अनुभूति

रौनापार (आजमगढ़): जवाहर नवोदय विद्यालय जीयनपुर के 25 वर्ष पूर्ण होने पर पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन (पुरातन छात्र सम्मेलन) का आयोजन किया गया। इस जुबली कार्यक्रम में विद्यालय से पढ़कर देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी सेवाएं दे रहे कई पूर्ववर्ती छात्र एवं छात्राएं शामिल हुृईं। उद्घाटन पूर्व प्राचार्य आइपी सिंह सेंगर और वर्तमान प्रिसिपल शशिकांत राय ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। जुबली समारोह और पूर्ववर्ती छात्र समेम्लन में पूर्ववर्ती बैच के छात्रों को मेडल देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय के उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं को भी सर्टिफिकेट एवं मेडल दिया गया। पूर्ववर्ती छात्र-छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किए। अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को मन से पढ़ाई करके विभिन्न सेवाओं के माध्यम से देश की सेवा करने के लिए कहा।

पूर्व प्रिसिपल आइपी सिंह सेंगर ने कहा कि देश में जवाहर नवोदय विद्यालय की अपनी अलग गरिमा है। एडीएम (एफआर) आजाद भगत सिंह ने कहा कि जवाहर नवोदय में पढ़ने की बात से ही एक अनूठे गौरव की अनुभूति होती है। विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र और वर्तमान में पटना के आइजी मिथिलेश कुमार, पदमा राय,जज, अजय कुमार, गीता भारती ने अपने छात्र जीवन की स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि मौजूदा छात्र-छात्राओं को विभिन्न सेवाओं में अपना उत्कृष्ट योगदान देकर देश और समाज की सेवा करने के साथ इस स्कूल का नाम उंचा करने के लिए कठिन परिश्रम करने की जरूरत है। प्रिसिपल शशिकांत राय ने आभार व्यक्त किया। संचालन शिक्षक सुजीत कुमार ने किया।