जनपद सिद्धार्थनगर के आदेश के क्रम में अपराध एव अपराधियो के विरूद चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत ढेबरूआ मे बाल मित्र बनाया गया है

बढ़नी सिद्धार्थनगर
 डॉ0 यशवीर सिंह पुलिस अधीक्षक जनपद सिद्धार्थनगर के आदेश के क्रम में अपराध एव अपराधियो के विरूद चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत ढेबरूआ मे बाल मित्र बनाया गया है ।नेपाल बार्डर से होने वाली मानव तस्करी के मामलो का संज्ञान लेते हुए बाल मित्र स्थापित किया गया है । बाल मित्र थानों के जरिए बच्चों के मन में पुलिस के प्रति डर दूर हो सके. साथ ही उन्हें अपराधों से दूर रखने की कोशिश की जाएगी. वहीं, थाने में आने वाले बच्चाें को काफी सौहार्द और परिवार जैसा माहौल भी दिया जाएगा । अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि बाल मित्र थाना पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सुधारात्मक कदम साबित होगा. बच्चों को जिस माहौल में ढाला जाए, वे उस माहौल में ढल जाते हैं. इसलिए उन्हें बेहतर माहौल मिलना जरूरी है. उन्होंने कहा कि बाल मित्र पुलिस थाने से लोगों को ऐसा महसूस होना चाहिए कि वो बच्चों के संरक्षक के पास आ रहे हैं। कहा कि अनजाने में कई बच्चे अपनी दिशा से भटक जाते हैं. ऐसे में इन बच्चों को बाल मित्र थाने के माध्यम से सही दिशा देने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस का प्रयास है कि हर थाने को महिलाओं और बच्चों के अनुकूल बनाया जाए.
बता दें कि वर्तमान समय में बाल अपराध बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसे देखते हुए बाल आयोग की ओर से पूरे देशभर में बाल मित्र थाने खोलने के निर्देश दिए हैं. इसी के तहत बच्चों के संरक्षण के लिए बाल मित्र थाना खोला गया है. यहां बच्चों का संरक्षण कर उन्हें परिवार जैसा माहौल दिया जाएगा. ताकि उन्हें पेशेवर अपराधियों से दूर रखा जा सके और अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर सके।
इस दौरान प्रभारी निरीक्षक बह्मा गौड़ सहित पुलिस के जवान उपस्थित रहे ।