वाराणसी के पुलिस लाइन में शनिवार को स्मृति दिवस मनाया गया। कर्तव्य पथ पर बलिदान देने वाले शहीद जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस गारद ने सशस्त्र सलामी देते हुए जवानों की वीरता, शौर्य और बलिदान से प्रेरणा ली। जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेश, मेयर अशोक तिवारी, पुलिस कमिश्नर, जिलाधिकारी एस राजलिंगम समेत तमाम अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
एनडीआरएफ ने शहीदों को किया नमन
11 एनडीआरएफ, वाराणसी स्थित मुख्यालय में पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने पिछले एक वर्ष के दौरान शहीद होने वाले 188 देश के सभी अर्धसैनिक बल एवं पुलिस बल कार्मिकों के नाम पढ़ते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित। एनडीआरएफ जवानों ने शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा।
क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस
उप महानिरीक्षक ने बताया कि यह दिवस देश के सभी पुलिस के लिए काफी गौरवशाली है। आज के ही दिन वर्ष 1959 में लद्दाख के हाट स्प्रिंग नामक स्थान पर चीन की सेना ने सीआरपीएफ की एक छोटी टुकड़ी पर घात लगाकर हमला किया था। सीआरपीएफ के जवानों ने अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय देते हुए चीनी सेना के हमले का पुरजोर मुकाबला किया एवं उनको पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
इस लड़ाई में सीआरपीएफ के 10 वीर जवान अपने देश की रक्षा में शहीद हो गए थे। इन्हीं वीर जवानों की शहादत को याद करने के लिए प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को सभी पुलिस बल इस दिन को उनके बलिदान तथा वीरता की याद में पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाते हैं।
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