सोमवार को करतालपुर स्थित जीडी ग्लोबल स्कूल में गांधी जयंती एवं लालबहादुर शास्त्री जयंती मनाई गई। विद्यालय के प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल, निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल एवं प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय ने महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। विद्यालय के सभी शिक्षक और शिक्षिकाओं ने प्रतिमा पर पुष्पार्चन किया। गांधी जी और शास्त्री जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अध्यापकों ने अपने विचार व्यक्त किए। विद्यालय के प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल ने शास्त्री जी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शास्त्री जी आजादी की लड़ाई में कई बार जेल गए। उन्होंने नए भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका पूरा जीवन ही देश की सेवा में बीता। जय जवान जय किसान का नारा देने वाले महान व्यक्तित्व के जीवन से हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल ने बताया कि महात्मा गांधी का प्रभाव वैश्विक है, जो पूरी मानव जाति को एकता और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहने चाहिए। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कृतित्व पर अपने वक्तव्य दिए। उन्होंने बताया कि गांधी जी सादा जीवन जीते थे और हमेशा सुर्खियों में आने से बचते थे। इसके बावजूद उनकी गिनती विश्व के गिने-चुने महापुरुषों में होती है। इसका मुख्य कारण यह है कि वे खुद पर विश्वास करते थे। उनका मानना था कि देश को आजाद कराने की उन पर एक बड़ी जिम्मेदारी है और उन्होंने इसे अपने विश्वास के दम पर पूरा किया।अपने देश की आज़ादी का उनका लक्ष्य वास्तविकता बन गया था। ईमानदारी, समर्पण, सहनशीलता, आत्म-बलिदान और सहयोग गांधीजी की योजना का अहम् हिस्सा था। हमें भी उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए देश के प्रति ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए।