कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बृहस्पतिवार सुबह अचानक आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों के बीच पहुंच गए। करीब सवा घंटे न सिर्फ उनसे उनकी समस्याओं पर चर्चा की, बल्कि कुली की वर्दी व बिल्ला पहनकर सामान भी उठाया।
ये देख कुली अचंभित हुए, लेकिन उनकी खुशी का तब ठिकाना न रहा जब राहुल गांधी को बताने के बाद उनके विश्राम गृह की खराब एलईडी ट्यूबलाइटें रेलवे ने बदलवा दीं। कुलियों का कहना था कि कई दिनों से शिकायत का बावजूद कोई खराब ट्यूबलाइटों को बदलने नहीं आ रहा था।
ये देख कुली अचंभित हुए, लेकिन उनकी खुशी का तब ठिकाना न रहा जब राहुल गांधी को बताने के बाद उनके विश्राम गृह की खराब एलईडी ट्यूबलाइटें रेलवे ने बदलवा दीं। कुलियों का कहना था कि कई दिनों से शिकायत का बावजूद कोई खराब ट्यूबलाइटों को बदलने नहीं आ रहा था।
वहां पर मौजूद कुलियों के प्रधान हारून समेत अन्य ने उन्हें बताया कि इस स्टेशन पर 165 कुली हैं। इतने कुलियों के लिए छोटा सा विश्राम गृह बना हुआ है। मांग करने के बावजूद उसका दायरा नहीं बढ़ाया जाता।
विश्राम गृह की लाइटें खराब हैं, उन्हें ठीक नहिज किया जा रहा। यहां तक बताया कि पंखे व कूलर की व्यवस्था कुलियों ने अपने स्तर पर की है।
कुली अब्दुल गफ्फूर के मुताबिक, यह भी बताया गया कि दुनिया का बोझ उठाने वालों के लिए कोई पेंशन व्यव्यस्था नहीं है। एक उम्र बाद जब कुली काम नहीं कर पाते तो उनका जीवनयापन करना मुश्किल हो जाता है। रेलवे यात्रा के लिए निश्शुल्क पास की संख्या बढ़ाने की मांग भी की गई।
अभी साल में केवल एक पास कुलियों को। निश्शुल्क मिलता है। इतनी वार्ता करने के बात राहुल गांधी कुलियों के साथ उनके विश्राम गृह भी गए। करीब 8:45 बजे राहुल वहां से निकल गए। राहुल के जाने के ढाई घंटे के भीतर कुलियों के विश्राम गृह की खराब एलईडी ट्यूबलाइटें उतारकर रेलवे ने उनकी जगह नई लगा दीं।