#कैमरे की नजर के आगे लुटेरों की तरकीब नहीं आई काम, फटे सीएनजी स्टीकर ने दिया सुराग; फिर दबोचे गए आरोपित#
साड़ी कारोबारी लोहता निवासी जलालुदीन अंसारी के साथ 25 अगस्त को हुई लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आटो चालक व उसके साथी ने सोचा भी नहीं था कि वो पकड़े जाएंगे। शहर में लगे कैमरों के आगे उनकी चालाकी काम नहीं आई। आटो पर लगे सीएनजी स्टीकर के फटे होने का सुराग दिया और दोनों पुलिस की गिरफ्त में आ गए। लगभग 50 कैमरों को खंगालकर लुटेरों की पहचान करने वाले सिटी कमांड सेंटर में तैनात ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल मनीष कुमार बघेल को पुरस्कृत करने के लिए बड़ागांव थाना प्रभारी ने पुलिस कमिश्नर से अनुरोध किया है।
लूट की घटना को बदमाशों ने ऐसे दिया था अंजाम
मनीष के अनुसार लुटेरों ने इंग्लिशिया लाइन पर जलालुदीन अंसारी को आटो में बिठाया था। उसके पास काफी रुपये होने का आभास उन्हें हो गया था। लूट की नीयत से बातों में उलझाया और शराब पिलाने के बाद मारपीट कर लूटने के बाद बड़ागांव में फेंक दिया। जांच में पीड़ित, आटो या आटो चालक के बारे में कोई सुराग नहीं दे पा रहा था। रात में लगभग आठ बजे जब वह इंग्लिशिया लाइन पर आटो में था। उस वक्त के मुताबिक आटो की तलाश शुरू की गई। संदिग्ध आटो नजर आया लेकिन नंबर स्पष्ट नहीं हो रहा था। उस पर लगा सीएनजी स्टीकर का एक कोना फटा था। इसी आधार पर जिस रूट पर आटो जा रहा था उस पर लगे कैमरों की जांच शुरू हुई।
इन रास्तों पर दिखा आटो
आटो गोलगड्डा से कज्जाकपुरा देसी शराब की तक जाते दिखा। फिर लहरतारा फ्लाईओवर, सेंट्रल जेल रोड, शिवपुर, तरना होते हरहुआ की तरफ जाता दिखा। कुछ देर बाद यही आटो हरहुआ ब्लाक से शिवपुर, चांदमारी होते आते दिखा। लहरतारा पर लगे कैमरे ने सुराग दिया कि आटो की सीट भूरी है।
तीन घंटे की फुटेज को लगातार तीन दिन खंगाला
50 कैमरों की तीन घंटे की फुटेज को लगातार तीन दिन खंगालने के बाद आटोमैटिक नंबर प्लेट रिकगनेशन (एएनपीआर) से उसका नंबर यूपी 65 एमटी 0737 मिला जिसका मालिक सूजाबाद निवासी है। उसके जरिए पुलिस ने बीते बुधवार को उस आटो के चालक आटो चालक शमशाद खान व उसके साथी अतहर अली को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने बताया कि जलालुदीन को मारपीट कर उसके पास से 40 हजार लूटकर उसे घायल अवस्था में हरहुआडीह में फेंक दिया था।