आजमगढ़ जिले के हांसापुर गांव निवासी रमाकांत यादव (24) रविवार को हाईटेंशन तार की चपेट में आकर झुलस गया था। उसे इलाज के लिए सीएचसी अहरौला लाया गया तो कोई डॉक्टर नहीं मिला। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा व तोड़फोड़ किया। इसके बाद परिजन रमाकांत को अन्यत्र अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। सोमवार को रमाकांत का अंतिम संस्कार करने के बाद परिजन सीएचसी अहरौला पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
अधिकारियों के समझाने-बुझाने के बाद धरना समाप्त हुआ। हांसापुर गांव निवासी रमाकांत यादव के घर के बगल से हाईटेंशन तार गुजरा हुआ है। तार काफी नीचे तक लटक भी रहा है। रविवार को रमाकांत लाहे की सीढ़ी लेकर कहीं जा रहा था। वही सीढ़ी हाईटेंशन तार से सट गई। करंट की चपेट में आकर रमाकांत गंभीर रूप से झुलस गया।
परिजन उसे लेकर सीएचसी अहरौला पहुंचे तो वहां कोई डॉक्टर या कर्मी नहीं मिला। जिस पर परिजन आक्रोशित हो उठे और अस्पताल के गेट पर तोड़फोड़ किया। आधे घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करने के बाद परिजन अन्यत्र उसे लेकर रवाना हुए। जहां देर शाम रमाकांत की मौत हो गई। परिजन शव लेकर घर चले आए और सोमवार सुबह उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
इसके बाद परिजन व ग्रामीण सीएचसी पर पहुंचे और गेट पर धरने पर बैठ गए। धरने की जानकारी होते ही अहरौला थाना प्रभारी सुनील कुमार दुबे मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में एमओआईसी डॉ. मोहन लाल भी पहुंचे और परिजनों व ग्रामीणों को समझा शुरू कर दिया। परिजनों ने पुन: ऐसी लापरवाही न होने का आश्वासन मांगा। जिस पर अस्पताल का पूरा स्टाफ मौके पर जुट गया और आगे से ऐसी लापरवाही न होने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया।