मैलहन के आजाद नगर मोहल्ले से तीन दिन पहले लापता 16 वर्षीय बालिका की हत्या उसके सिरफिरे प्रेमी ने की थी। बालिका के प्रेमी धनंजय ने दूसरे युवक से रिश्ते के शक में उसे मौत के घाट उतारा। लड़की का शव शनिवार को सात किलोमीटर दूर खेत में पड़ा मिला तो पुलिस ने आरोपित युवक को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने प्रेमिका के कत्ल का जुर्म कुबूल लिया।
यह है मामला
आजाद नगर मुहल्ला निवासी सुखराम चौहान की बेटी प्रीति 16 अगस्त बुधवार दोपहर घर से खेत की तरफ जाने की बात कहकर निकलने के बाद लापता हो गई। परिवार के लोगों ने हर संभावित जगह देखा। पिता सुखराम ने शुक्रवार को फूलपुर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इधर, शनिवार को घर से सात किलोमीटर दूर अगरा पट्टी गांव में बालिका की लाश मिलने पर पुलिस के साथ घरवाले पहुंच गए। धान के खेत में औंधे मुंह पड़ा शव प्रीति का था। कोतवाली प्रभारी यशपाल सिंह और एसीपी फूलपुर मनोज सिंह ने फोरेंसिक टीम को बुलाकर छानबीन शुरू की। तीन बहन और दो बेटियों में तीसरे नंबर की प्रीति की हत्या से माता-पिता समेत परिवार गम में डूब गया। प्रीति के पिता सुखराम ने अरवासी गांव के 22 वर्षीय धनंजय कुमार पर शक जताया।
प्रेमी ने स्वीकार किया प्रेमिका की हत्या का गुनाह
पुलिस को बताया कि दो साल पहले बेटी बहरिया के रैदेपुर में अपनी ननिहाल एक शादी में गई थी। वहां मुलाकात के बाद धनंजय उससे फोन पर बात करने लगा। प्रीति के गायब होते वक्त भी वह दिखा था। एसीपी फूलपुर मनोज सिंह ने बताया कि धनंजय को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने पहले तो गुमराह करने की कोशिश की, फिर प्रीति के कत्ल का गुनाह स्वीकार लिया। धनंजय ने बताया कि वह पिछले दो वर्ष से प्रीति से प्यार कर रहा था। उससे शादी भी करने का इच्छुक था। अपने घर में भी उसके बारे में बताया था। इसी बीच उसे शक हो गया कि प्रीति किसी और से भी फोन पर बात करने लगी है।
दो रात रहे जंगल में साथ
धनंजय 16 अगस्त को घर से चाकू जेब में रखकर निकला। प्रीति को फोन कर मैलहन के जंगल में बुलाया। 16 व 17 को पूरा दिन और रातभर प्रीति को साथ लेकर पैदल सात किलोमीटर के दायरे में जंगल में घूमता रहा। खाने के लिए बाजार जाकर समोसा ले आया। इसके बाद 17 की रात अगरापट्टी गांव के खेत में प्रीति की गर्दन रेतकर हत्या कर वह घर भाग गया था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया है।
लाज मालिक की घर के बाहर मिली लाश
नया कटरा मुहल्ले में रहने वाले 50 वर्षीय राम सिंह उर्फ बुग्गा की संदिग्ध दशा में मौत हो गई। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। आशंका है कि घर लौटते समय किसी गाड़ी से धक्का लगने से उसकी जान चली गई। नया कटरा स्थित चंद्रा लाज के तीन मालिकों में राम सिंह उर्फ बुग्गा भी शामिल थे। राम सिंह की कोई संतान नहीं है। वह पत्नी नीतू और मां लीला देवी के साथ रहते थे। स्वजन के अनुसार राम सिंह नशे के लती थे। बड़े भाई श्याम सिंह ने बताया कि उन्हें मानिसक रोग भी था। पुलिस के मुताबिक, परिवार के लोगों ने घटना में कोई संदेह नहीं जताया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
बिजली संविदा कर्मी का मिला शव, हत्या की आशंका
कतवारूपुर गांव के निकट रेलवे लाइन पर बिजली संविदा कर्मी की सिर विहीन शव मिलने से खलबली मच गई। उसके स्वजनों ने हत्या की आशंका जताई है। उतरांव के बलरामपुर गांव निवासी स्व. बलराम त्रिपाठी का 30 वर्षीय पुत्र राधेकृष्ण बलरामपुर विद्युत उपकेंद्र में संविदा कर्मी था। वह अविवाहित था। मां हिंचराजी देवी ने बताया कि राधेकृष्ण शुक्रवार की रात निमंत्रण से घर लौटा था। वह कमरे में लेटा था। वह घर से कब और कैसे निकला, इसकी जानकारी किसी तो नहीं हुई।
ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर उसका सिर विहीन शव देखा तो सूचना पुलिस को दी। पुलिस को उसकी जेब से टूटा मोबाइल मिला। उसका सिम दूसरे मोबाइल में लगाकर घटना की सूचना घरवालों को दी। वहां पहुंचकर बड़े भाई श्रीकृष्ण त्रिपाठी ने उसकी पहचान की। हनुमानगंज चौकी प्रभारी आशुतोष दीक्षित का कहना है कि ट्रेन के पहिए की चपेट में आने से सिर गायब था। उधर राधेश्याम के परिवार के लोगों ने हत्या की आशंका जताई है। थानाध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया कि उसके मोबाइल का सिम लेकर जांच की जा रही है।