आलमगंज थाना क्षेत्र के गायघाट स्थित पश्चिमी बजरंगपुरी में रहने वाले दंडाधिकारी प्रतीक शैल की पत्नी चांदनी चंद्रा की इलाज के दौरान 17 अगस्त को एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। प्रतीक शैल पटना सिटी व्यवहार न्यायालय में पदस्थापित प्रथम श्रेणी के दंडाधिकारी हैं।
मायकेवालों ने लगाया पुत्री को प्रताड़ित करने का आरोप
मायके पक्ष ने जहां पुत्री को प्रताड़ित करने का आरोप लगा प्राथमिकी कराई है। वहीं, पति व ससुर ने बहू के स्वजन के आरोप को बेबुनियाद बता इलाज में लापरवाही को कारण बताते हुए अगमकुआं थाना में आवेदन दिया है। कांड के अनुसंधानक लालमुनि दूबे मामले की छानबीन कर रहे हैं।
मृतका के पिता ने क्या आरोप लगाए?
कदमकुआं के सैदपुर भिखना पहाड़ी में रहने वाले 60 वर्षीय अशोक कुमार ने प्राथमिकी में बताया है कि वर्ष 2022 में गायघाट के पश्चिमी बजरंगपुरी में रहने वाले शैलेंद्र कुमार के पुत्र प्रतीक शैल से बेटी की शादी की थी।
शादी के एक माह बाद पति, ससुर, सास मेरी बेटी को प्रताड़ित कर बकाया दहेज आठ लाख रुपये की मांग करने लगे। विवाहिता के पिता का आरोप है कि ससुराल वाले लड़की से बात नहीं करने देते थे और धमकी देते थे। 13 अगस्त को जब पिता ने बेटी के बारे में पूछा तो ससुर बोले कि अभी वे अगमकुआं स्थित एक अस्पताल में हैं।
पिता ने बताया कि जब अस्पताल पहुंचा तो बेटी को बेहतर इलाज के लिए वहां से दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पिता के बयान को आइजीआइएमएस टीओपी में दारोगा प्रमोद तिवारी ने दर्ज किया है।
उधर प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी प्रतीक शैल व पिता शैलेंद्र कुमार ने लड़की के पिता के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि बहू के स्वजन की लापरवाही के कारण ही चांदनी की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि पेट खराब होने के बाद चांदनी को अगमकुआं थाना क्षेत्र के यूनिवर्सल अस्पताल में 15 अगस्त को इलाज के लिए भर्ती कराया था।
चिकित्सक तबीयत में सुधार होने की बात कह रहे थे। इसी बीच पहुंचे मायका पक्ष के लोग हंगामा करते हुए बहू को दूसरे अस्पताल ले गए। मायका पक्ष की लापरवाही के कारण बहू की मौत हो गई। अगमकुआं थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने बताया कि लड़का पक्ष के आवेदन को आलमगंज थाना भेजा गया है।