दिल्ली के सीमापुरी में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे छेनू गिरोह के एक सदस्य को पकड़ने में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने सफलता पाई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी सलमान उर्फ तोहिद ने अपने साथियों के साथ मिलकर स्थानीय गैंगस्टर के रूप में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित करने के लिए दो व्यक्तियों की गोली मारकर हत्या कर दी। पीड़ितों से उनकी कोई निजी दुश्मनी नहीं थी।
अधिकारी ने बताया कि 11 जुलाई को एक व्यक्ति को खून से लथपथ पाया गया, जिसको दो गोलियां लगी थीं। मृतक की पहचान प्रदीप (40) के रूप में हुई। लगभग 300 मीटर दूर एक अन्य व्यक्ति को मृत पाया गया, जिसकी पहचान बब्लू उर्फ पटला (40) के रूप में हुई, उसे दो गोलियां लगी थी।
जानकारी के मुताबिक, प्रदीप और बब्लू एक-दूसरे को जानते थे और घटना के समय संभवतः एक साथ थे। जांच के दौरान, दो संदिग्धों, शाहबाज उर्फ शिब्बू और मिस्बाह को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने खुलासा किया कि वे छेनू गिरोह के सक्रिय सदस्य थे और अपने सहयोगी सलमान उर्फ तोहिद के साथ मिलकर दोनों पीड़ितों पर गोलियां चलाई थीं।
पूछताछ के दौरान तोहिद ने खुलासा किया कि घटना की रात उसने साथियों शहबाज उर्फ शिब्बू और मिस्बाह के साथ मिलकर एक ही इरादे से दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था। वे सभी शराब के नशे में थे और क्षेत्र में अपनी गैंगस्टर छवि को बढ़ाने की कोशिश में थे।
उन्होंने प्रदीप और बब्लू उर्फ पटला की हत्या कर दी, जबकि उनके साथ पहले से कोई दुश्मनी नहीं थी। इस मामले में सह-आरोपी शाहबाज उर्फ शिब्बू और मिस्बाह को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि तोहिद भागने में सफल रहा था।