उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की ओर से शनिवार को वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में राज्य परिषद की बैठक आयोजित की गई। इसमें यूपी के विभिन्न जिलों से आए शिक्षक नेताओं ने पुरानी पेंशन बहाली, चिकित्सा सुविधा, समान वेतन सहित कई समस्याओं पर खुल कर चर्चा की।
इस दौरान प्रदेश सरकार द्वारा समस्याओं का समाधान न किए जाने के विरोध में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। गांधी अध्ययन पीठ सभागार में आयोजित बैठक में बरेली, लखनऊ, गाजीपुर, गोरखपुर सहित कई जिलों के शिक्षक नेता शामिल हुए।
एकजुट होकर लड़नी होगी लड़ाई
बतौर मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व शिक्षक विधायक सुरेश तिवारी ने कहा कि आंदोलन की शुरुआत में सभी जिलों में 15 जुलाई को धरना दिया जाएगा। मंडल और जिला मुख्यालय पर नौ अगस्त को पुरानी पेंशन बहाली के लिए मशाल जुलूस निकाला जाएगा। कहा कि अब समय आ गया है कि शिक्षकों को अपने हक के लिए एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी।
सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराना होगा। ना तो तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण हो रहा है और ना ही वेतन का भुगतान हो रहा है। साथ ही पुरानी पेंशन बहाली के लिए भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। पूर्व शिक्षक विधायक डॉ. प्रमोद कुमार मिश्र ने स्वागत किया। कार्यक्रम में महामंत्री नरेंद्र वर्मा, जगबीर किशोर जैन, बृजेश त्रिपाठी के साथ ही दिनेश चंद्र राय सहित कई लोग मौजूद रहे।