#पुलिस कर रही थी जिसका पोस्टमार्टम कराने की तैयारी वह थी जिंदा#

मिर्जापुर के संतनगर थाना क्षेत्र के राह कलां हऊदवा गांव की एक युवती को मरा समझ कर पुलिस पोस्टमार्टम कराने की तैयारी में जुटी थी, लेकिन परिजनों ने पहले अस्पताल ले जाने की शर्त रख दी.डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया तो वह जिंदा हो गई.

मिर्जापुर : कहते हैं जाको राखे साईयां मार सके ना कोई. यह कहावत मिर्जापुर जनपद के संतनगर थाना क्षेत्र के राह कलां हऊदवा गांव में चरितार्थ हो गई है. जहां नहर में उतराती मिली युवती के पुलिस मृत समझ कर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही थी. इसी बीचे मौके पर पहुंचे परिजनों ने इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की बात की. इस पर पुलिस ने उसे आननफानन पटेहरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. जहां इलाज के दौरान युवती की जान वापस आ गई. फार्मासिस्ट गणेश शंकर त्रिपाठी ने बताया कि अचेत अवस्था में एक युवती लाई गई थी. उसका हर्टबीट चेक किया गया तो चल रही थी. इलाज किया गया, इसके बाद वह ठीक हो गई.

पुलिस के अनुसार संतनगर थाना क्षेत्र के राह कलां हऊदवा गांव के रहने वाले भोला की बेटी रविना का घर से डेढ़ किलोमीटर दूर सिरसी नहर में रविवार को उतराता शव मिला था. परिजनों के अनुसार उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसी कारण वह बिना बताए घर से निकल गई थी. ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला पंचायत सदस्य मनीष को दी. मनीष ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिजनों की मदद से शव को बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए रजामंदी कराने लगे. इस पर परिजनों ने पहले डाॅक्टर के पास ले चलने को कहा. इस पर पुलिस उसे पटेहरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई. जहां इलाज के दौरान रवीना जिंदा हो गई और अब उसकी हालत ठीक है.

पानी में उतराता शव को देखकर पुलिसवालों को लगा कि युवती मर चुकी है. उन्होंने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने को कहा. इस पर परिजनों ने कहा कि पहले अस्पताल पहुंचाया जाए. अस्पताल पहुंचने पर इलाज के दौरान वह जिंदा हो गई. जब इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो परिवार में छाया मातम खुशी में बदल गया. परिजनों के मुताबिक रवीना के मानसिक हालत ठीक नहीं है. जिसकी वजह से यह घटना हो गई है. वह घर से दो घंटे से लापता थी. ग्रामीणों ने सूचना दी कि वह नहर में डूब गई है. वहीं संतनगर थाना प्रभारी अरविंद सरोज ने बताया कि नहर में एक डेड बॉडी की सूचना होने की मिली थी. जिसे बाहर निकलवा कर अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उसकी जान बच गई है.