*दिल्ली में चल रहे महिला पहलवानो के धरने के समर्थन में बनारस की लड़कियों ने प्रदर्शन किया और लछमीबाई जन्मस्थली तक मार्च निकालकर एकजुटता दर्शाई।
आज दिनांक 19 मई 2023 को दख़ल संगठन ने अस्सी घाट पर दिल्ली में जंतर मंतर में पहलवानो के चल रहे आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन सभा किया। बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए कैंडल मार्च निकाला।
ज्ञातव्य है कि गत 23 अप्रैल 2023 से नई दिल्ली में जंतर मंतर पर ओलम्पिक मेडल प्राप्तकर्ता जानी मानी महिला कुश्ती पहलवान धरने पर बैठी हुई हैं। आरोप है कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने नाबालिग खिलाड़ी सहित कई अन्य कुश्ती खिलाड़ियों के साथ यौन दुराचार और शोषण किया है।
बृजभूषण सिंह बीजेपी के सांसद हैं। इसके पूर्व इसी साल 2023 जनवरी में कुश्ती खिलाड़ियों ने ये शिकायत करी थी। तब खेल मंत्रालय ने जांच और कार्यवाही का आश्वासन दिया था।
पहलवानों के समर्थन में दख़ल की मुख्य मांगे है…
1 – पॉस्को सहित यौन शोषण की गम्भीर धाराओं में अभियुक्त दबंग बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह को तत्काल जेल भेजा जाए ताकि जाँच प्रभावित न हो ।
2 – जाँच निष्पक्ष हो और शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
3 – खेल संघों में ICC ( आंतरिक जांच समिति ) का गठन अनिवार्य हो।
4 – खेल संघो में राजनैतिक दखलंदाजी बन्द हो। खेल संघ में मुख्य कार्यकारी पदों पर खिलाड़ी ही बैठें।
बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करो,ब्रिजभूषण सिंह को जेल भेजो, तोड़ो तोड़ो चुप्पी तोड़ो ! खिलाड़ियों को खेलने दो ! कुश्ती बचाओ कुश्ती बढ़ाओ ! खेल संघो में दखलंदाजी बन्द करो ! नो मोर साइलेन्स! खिलाड़ी एकता ज़िंदाबाद ! आदि नारे लिखे प्लेकार्ड लिखे तख्तियों के साथ अस्सी घाट पर प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि देश का गौरव बढाने वाले ओलम्पियन किसी मुद्दे पर शिकायत कर रहे है तो उस पर सुनवाई क्यों नही हो रही है ? आपराधिक छवि वाले दबंग नेता बृजभूषण पर कानून के मामले में अपनी पीठ ठोंकने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यवाही क्यों नही कर रहे है ?
महिला पहलवानों द्वारा लगाये गए आरोप सामान्य नहीं हैं। किसी नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण की बात सुनकर सिहरन हो जाती है।
आरोप है कि यौन शोषण में केवल एक व्यक्ति नहीं, कुश्ती फेडरेशन के अनेक कोच भी शामिल हैं। इनके शिकारों में नाबालिग बच्चियाँ भी शामिल रही हैं। यह आरोप लगाने वाली कोई एक महिला नहीं बल्कि अनेक महिला खिलाड़ी हैं। इन शिकायतों को आरोप स्वयं सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान में लेते हुए FIR करने का आदेश दिया तब जा के कंही दबंग सांसद पर FIR दर्ज हो पाई। आरोप यह भी है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शिकायत दो साल पहले सीधे प्रधानमंत्री को स्वयं साक्षी मलिक ने की थी।
इधर बीच यौन उत्पीड़न बलात्कार आदि के मामले में बीजेपी सरकार की चुप्पी चिंता का विषय है। हाथरस, कठुआ उन्नाव की यौन दुराचार की घटनाएं निंदनीय है।
खबर है कि सीएम योगी के जन्मदिन 5 जून पर आरोपी बृजभूषण सिंह अयोध्या में लाखों लोगों को जुटाकर रैली करने जा रहा है। देश भर के साधु संतो को न्यौता दिया जा रहा है। यौन शोषण के आरोपी के कार्यक्रम में अपना नाम जुड़ने से क्या योगी जी के छवि को नुकसान नही पंहुचेगा ? एक दबंग सांसद के मंच पर साधु संतों का क्या काम?
इन खिलाड़ियों को भारत का गौरव बताने वाले पीएम मोदी इस मामले में क्यों चुप्पी साधे हुए हैं ?
हम नहीं जानते कि प्रधानमंत्री के मन में क्या है ? लेकिन क्या अंतरराष्ट्रीय मंचो पर देश को मान सम्मान दिलाने वाली साक्षी मलिक और विनेश फगोट के बहते आँसू इतनी भी कीमत नही रखते कि उनकी शिकायत पर कार्यवाही की जाए ?
प्रदर्शन के दैरान प्रेरणा कला मंच वाराणसी के ओर से नारीवादी चेतना के गीत गाये गए और नारे लगाए गए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से….मैत्री, नीति,एकता, विजेता, दीक्षा, साक्षी, शर्मिला, रचना, प्रियंका, वंदना,प्रज्ञा, सरिता प्रकाश जिला पंचायत सदस्य, एकता, धनंजय, अनुज, रवि, महेंद्र, प्रेरणा कला मंच के साथी, हौसला, सतीश, रंजू सिंह, आशुतोष, रौशन, बिंदु, राजेश, नन्दलाल,राजीव,अमनरवि,संजीव सिंह,नीरज,रोहित राणा,अतुल मालवीय,प्रजा नाथ शर्मा,शशि,राजेश,गुफरान,ओमप्रकाश,मारुति मानव,ताहिर,शामिल रहे।