विज्ञानियों ने दी पराली नहीं जलाने की सलाह

फूलपुर (आजमगढ़) : स्थानीय ब्लाक परिसर में स्थित क्षेत्र पंचायत सभागार में कृषि व संवर्गीय विभागों द्वारा ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण व गोष्ठी का आयोजन सोमवार को आयोजित किया गया। विज्ञानियों ने किसानों को पशु पालन, गन्ना, मत्स्य, सहकारिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। दुग्ध विभाग के प्रशिक्षकों ने किसानों को जागरूक किया।

विज्ञानी डा. वीपी द्विवेदी ने किसानों को पराली न जलाने की सलाह देते हुए कहा कि उसे डिकंपोजर के प्रयोग से थोड़े दिन में अच्छी खाद बनायी जा सकती है। ऐसा करने से प्रदूषण से भी मुक्ति मिल सकती है। एडीओ एजी ने भूमि में नमी और उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। हरी खाद, घास, फसलों के अवषेश से उत्तम खाद बनाने के गुर भी बताए। बीज भंडार के प्रभारी मोतीलाल ने बताया कि गेंहू, चना, सरसों व मटर आदि के बीज उपलब्ध हैं। किसान शोधित बीज ले जाकर बोआई करें। कृषि विभाग ने किसानों को डिकंपोजर की दवा का भी वितरण किया। जानकारी दी गई कि 100 एमएल दवा से एक एकड़ में छिड़काव कर सूखी पराली को खाद में तब्दील किया जा सकता है। अध्यक्षता जिला उद्यान अधिकारी ममता सिंह यादव ने की। इसमें जिवेंद्र, वीरेंद्र, प्रमोद,राम सिगार यादव, वीरेंद्र यादव, राम अवतार, जंग बहादुर यादव आदि रहे।