धूमनगंज में सरेआम हत्या के प्रयास का आरोपी अतीक अहमद का गुर्गा अकरम ढाई साल से फरार है। पुलिस अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। न ही मुकदमे में कोई कार्रवाई आगे बढ़ा सकी है। ऐसे में वादिनी अख्तरी बेगम का परिवार दहशत में है। उसने मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई है।
मामला 2020 का है। राजरूपपुर में दो पक्षों में हुए विवाद के बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। इसमें राहगीर अनूप कुमार त्रिपाठी जख्मी हुआ था। इस मामले में हत्या के प्रयास की दो एफआईआर दर्ज हुई। पहली एफआईआर अनूप के ससुर अरविंद ओर से अज्ञात में दर्ज कराई गई जबकि दूसरी एफआईआर अख्तरी बेगम की ओर से लिखाई गई।
अख्तरी ने पुलिस को बताया कि उसका देवर अतीक व उसके शूटर के खिलाफ दर्ज हत्या के मुकदमे में गवाह है। जिस पर उसे लगातार गवाही न देने के लिए धमकाया जा रहा है। आरोप है कि इसी को लेकर अतीक के गुर्गों अकरम, आजम व साहिल ने उसे घेरकर गोलियां चलाईं। वादिनी का कहना है कि मामले में ढाई साल बीतने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। आरोपी फरार हैं और तरह-तरह से धमका रहा है जिससे परिवार दहशत में है। आरोपी अकरम हिस्ट्रीशीटर है और उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं।