मोहित गर्ग और उनकी चाची चित्रा की मौत के मामले में परिजनों ने आत्मदाह की चेतावनी दे दी है। मृतक के चाचा का कहना है कि दो लोगों की हत्या हुई है लेकिन पुलिस ने गैरइरादतन हत्या में किया केस दर्ज किया है। वह पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।
मेरठ में मोहित पब्लिकेशन हाउस के मालिक मोहित गर्ग और उनकी चाची चित्रा की मौत के मामले में परिजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। मोहित के चाचा प्रवीण गर्ग की तरफ से सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया गया। इसमें वह परिवार के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी दे रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस इस मामले में बुलंदशहर के डाॅ. संजीव अग्रवाल और हापुड़ पुलिस को बचाने में लगी है। आरोपियों ने परिवार की बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की थी, जिसकी तहरीर टीपी नगर थाने में दी गई है, लेकिन मामले को दबाया जा रहा है। इस तहरीर पर केस ही दर्ज नहीं किया जा रहा है।
प्रवीण के मुताबिक खरखौदा थाने में दी गई तहरीर में भी खेल किया गया है। जिस समय वह खरखौदा थाने में तहरीर दे रहे थे तो उसमें गैरइरादतन शब्द लिखवा दिया, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ गैरइरातदन हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया, जबकि साजिश के तहत यह हत्या की गई है।
आरोपियों पर हत्या की धाराओं में केस दर्ज होना चाहिए। प्रवीण का कहना है कि पुलिस के एकतरफा रवैये से परिवार आहत है। परिवार के दो लोगों की हत्या कर दी गई। उन्हें पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं है। यदि उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वह चुनाव से पहले किसी भी दिन जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचकर पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लेंगे।
यह था मामला
27 अप्रैल को हापुड़ कोतवाली पुलिस चेक बाउंस के मामले में टीपीनगर निवासी चेतन प्रकाश गर्ग को उठाकर ले जा रही थी। उनकी पत्नी चित्रा और भतीजा मोहित गर्ग स्कूटी से उनका पीछा कर रहा था। घोसीपुरा के नजदीक कैंटर ने दोनों को कुचल दिया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में परिजनों ने तरफ से खरखौदा थाने और टीपी नगर थाने में तहरीर दे रखी है। खरखौदा वाला मामला पुलिस ने दर्ज कर लिया है। इसमें डाॅ. संजीव अग्रवाल, पुलिसकर्मी, कैंटर चालक पर गैरइरातदन हत्या का केस दर्ज किया गया है।
टीपी नगर थाने में जांच पूरी अधिकारियों को भेजी रिपोर्ट
उधर, मृतक मोहित गर्ग के पिता प्रमोद गर्ग की तरफ से टीपीनगर थाने में जो तहरीर दी गई थी, उस पर पुलिस ने जांच पूरी कर ली है। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि जिस समय डाॅ. संजीव अग्रवाल और हापुड़ पुलिस मकान पर पहुंची तो उन्होंने परिवार की बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की थी, जिसका मामला दर्ज होना चाहिए। वहीं, टीपीनगर थाना प्रभारी संतशरण सिंह का कहना है कि जो शिकायत दी गई थी, उस पर थानास्तर से जांच पूरी कर ली गई है। इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है। अधिकारियों के आदेश के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
कैंटर चालक हिरासत में, स्कॉर्पियो की फोरेंसिक टीम करेगी जांच
इस मामले में खरखौदा पुलिस ने कैंटर चालक हिरासत में लिया है। चालक से पूछताछ की जा रही है कि जिस समय चाची-भतीजा कैंटर के नीचे आए तो वह स्कूटी पर थे या पहले से ही स्कार्पियो की टक्कर से सड़क पर पड़े हुए थे। हादसे के बाद वह फरार होकर कहां छिपा हुआ था, इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं, स्कार्पियो की फोरेंसिक टीम से जांच करवाई जाएगी ताकि पता चले कि उससे टक्कर हुई है या नहीं।
उत्पीड़न नहीं होने देंगे : वाजपेयी
राज्यसभा सदस्य डाॅ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी की तरफ से भी रविवार को वीडियो जारी किया गया। इसमें वह बता रहे हैं कि पूरे मामले में हापुड़ पुलिस की लापरवाही रही है। उन्होंने परिजनों को भी यह नहीं बताया कि चेतन प्रकाश गर्ग को कहां लेकर जा रहे हैं। वह जमानती वारंट पर थे, उन्हें टीपी नगर थाने से जमानत देकर छोड़ देना चाहिए था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। हापुड़ पुलिस की वजह से दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस पर केस दर्ज होना चाहिए। उन्होंने आईजी से जांच की मांग करते हुए कहा कि यह मेरठ है। इस तरीके से जनता का उत्पीड़न नहीं होने देंगे।
खरखौदा थाने में जो तहरीर दी गई थी, उस पर केस दर्ज कर लिया गया था। टीपीनगर थाने में दी गई तहरीर पर जांच चल रही है। जांच के बाद जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। – कमलेश बहादुर, एसपी देहात