एनईआर सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि रेलवे क्रॉसिंग पर भीड़ ज्यादा थी। लोग मानने को तैयार नहीं थे। जब बैरियर बंद नहीं हो पाया तो गेटमैन ने पास में ही तैनात पुलिसकर्मियों को बुला लिया और दोनों तरफ चेन लगाकर ट्रेन को पास कराया।
नौतनवां रेल खंड के हड़हवा क्राॅसिंग पर सोमवार को बैरियर गिरा ही नहीं और ट्रेन आ गई। ऐसा भीड़ के चलते हुआ। लोग ट्रैक के किनारे खड़े रहे और सात मिनट में दो ट्रेनें गुजर गईंं। गनीमत रही कि कोई दुर्घटना नहीं हुईसोमवार की शाम को जब क्राॅसिंग खुला था तो लोग आ-जा रहे थे। इसी बीच ट्रेन के आने का सिग्नल गेटमैन को मिला, लेकिन काफी देर तक गाड़ियां आती-जाती रहीं। इसी रास्ते से जा रहे मुकेश कुमार ने बताया कि वह घर जा रहे थे। हड़हवा फाटक पहुंचे थे कि ट्रेन की आवाज सुनाई देने लगी, लेकिन रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ लगा फाटक खुला हुआ था। इसी बीच ट्रेन आ गई और फाटक खुला ही रह गया।
झटके में ट्रेन के गुजरने से वहां लोगों के बीच अफरा तफरी मच गई। अश्वनी मौर्य ने बताया कि रेलवे ट्रैक के आस पास बड़े-बड़े बोल्डर पड़े हुए हैं। रेलवे के अधिकारियों की नजर इस पर नहीं पड़ती है। कुछ छोटे बोल्डर रेलवे की पटरी पर भी पड़े हैं। ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
एनईआर सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि रेलवे क्रॉसिंग पर भीड़ ज्यादा थी। लोग मानने को तैयार नहीं थे। जब बैरियर बंद नहीं हो पाया तो गेटमैन ने पास में ही तैनात पुलिसकर्मियों को बुला लिया और दोनों तरफ चेन लगाकर ट्रेन को पास कराया।