#शराब पीने से मौत: गांव के ही जटा-उमेश बाहर से लाए थे खुली दारू, पहले दोस्‍तों को बेची और फिर खुद पीकर मर गए#

पूर्वी चंपारण जिले में संदिग्ध परिस्थितियों में लोगों के मौत के मामले में स्वजन व ग्रामीणों के बयान ने जहरीली शराब के धंधे से होने वाली मौतों का काला चिट्ठा खोला है। गांव में मिली देसी शराब पीने से शुक्रवार की रात तुरकौलिया के लक्ष्मीपुर गदरिया के चार लोग क्रमश- रामेश्वर राम उर्फ जटा राम, ध्रुव पासवान, अशोक पासवान और छोटू पासवान की मौत हो गई। यह सूचना शनिवार सुबह जैसे ही गांव में पहुंची, तो महिलाओं की चीख और चीत्‍कार से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया।
इस बीच, परिवार के सदस्यों को खोने के बाद स्वजन मुखर हो गए। सबकी जुबान पर एक ही बात है- गांव के ही जटा राम (मृतकों में शामिल) ने अपने दोस्त व परिचितों से कीमत लेकर कथित शराब बेची, जो सबके लिए ‘मौत’ साबित हुई। ग्रामीणों के मुताबिक, जटा ने भी शराब पी थी, उसकी भी मौत हो चुकी है। ऐसे में अब हम कहां से पता लगाएं कि आखिर दोस्तों से कीमत वसूल कर मौत बांटने वाले जटा को शराब की खेप कहां से मिली।

मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच में छोटू के पिता बिंदेश्वरी पासवान ने कहा कि गांव में ही शराब बनी थी। गांव का उमेश राम बाहर से खुली शराब लाता था। गांव में दारू बनाकर बेचता था। गांव के कई लोगों ने उससे शराब खरीद कर पी थी। पता नहीं उसने शराब में क्या मिलाया था कि सबकी हालत बिगड़ गई और मेरे पुत्र की भी मौत हो गई।

क्यों इलाज कराने नहीं जा रहे शराब पीकर बीमार हुए लोग?
लक्ष्मीपुर गदरिया स्थित वार्ड संख्या-30 के पार्षद भरत यादव ने बताया कि गांव में लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घरों में इलाज करा रहे हैं। डर के मारे कोई बाहर नहीं निकल रहा। फोन करने पर वक्त से एंबुलेंस भी नहीं मिल रहा।
ग्रामीण प्रमोद प्रसाद ने बताया किया कि रामेश्वर राम उर्फ जटा गांव में अवैध शराब बेचता था। उसने कई लोगों को जहरीली शराब बेच दी और खुद भी पी गया। अब उसकी भी जान चली गई है। पूरे गांव में उसने पैसे लेकर मौत बांट दी है। ग्रामीण का सीधा कहना था कि गांव में चोरी-छिपे अवैध शराब का धंधा लंबे समय से चल रहा है। इसे रोकने की दिशा में पुलिस के स्तर पर की गई होती तो शायद ऐसी घटना नहीं होती।

जिले में कोहराम, धंधेबाजों का सुराग नहीं लगा पाई उत्पाद व पुलिस की टीम
जहरीली शराब पीने से जिले में लगातार हो रही मौतों का सिलसिला जारी है। इस बीच पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम शराब बेचने वाले और इस धंधे के मुख्य सरगना तक नहीं पहुंच पाई है। हालांकि, उत्पाद अधीक्षक अमितेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। शीघ्र ही नतीजे सामने होंगे।